‘दिल्ली में लग रहे लंबे-लंबे पावर कट, लोगों को याद आएं इन्वर्टर-जनरेटर’; आतिशी ने BJP पर बोला हमला

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की नेता व पूर्व सीएम आतिशी ने दिल्ली की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार आते ही दिल्ली में लंबे-लंबे पावर कट शुरू हो गए हैं।उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार के दौरान दिल्ली वाले इन्वर्टर और जनरेटर भूल गए थे। लेकिन बीजेपी की सरकार बनते ही दिल्ली में लंबे-लंबे पावर कट लग रहे हैं। दिल्ली का कोई भी इलाका ऐसा नहीं बचा है, जहां लंबे-लंबे पावर कट ना लग रहे हों।
मार्च में बिजली की मांग 4350 मेगावाट से ऊपर
दिल्ली में बिजली की मांग में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले वर्ष यह रिकॉर्ड 8656 मेगावाट तक पहुंच गई थी। इस बार मांग नौ हजार मेगावाट से ऊपर पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। मार्च से ही मांग में वृद्धि हो रही है। पिछले दिनों तापमान बढ़ने का असर बिजली की मांग पर दिखा। अधिकतम मांग 4361 मेगावाट तक पहुंच गई। आने वाले दिनों में इसमें और वृद्धि हो सकती है।
तेज हवा चलने से कुछ राहत मिली
बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से पंखे व एयर कंडीशनर चलने लगे हैं, इससे मांग बढ़ रही है। शनिवार को तेज हवा चलने से कुछ राहत मिली है। आने वाले दिनों में तापमान बढ़ने का पूर्वानुमान है, जिससे बिजली की मांग भी बढ़ेगी। मार्च में अब तक सबसे अधिक मांग वर्ष 2022 में 4648 मेगावाट दर्ज हुई थी।पिछले वर्ष अधिकतम मांग 31 मार्च को 4482 मेगावाट थी। इस तुलना में इस बार अभी तक मांग में कुछ कमी है, लेकिन अप्रैल में मांग पांच हजार मेगावाट के ऊपर पहुंचने की संभवना है। मांग बढ़ने के साथ ही इसे लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है।
आप ने भाजपा सरकार पर लगाए आरोप
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा की सरकार बनने के बाद से दिल्ली में बिजली की कटौती शुरू हो गई है। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री आशीष सूद ने आप के आरोप को गलत बताते हुए दावा किया है कि निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए समर एक्शन प्लान तैयार कर उस पर काम किया जा रहा है। बिजली कंपनियों का भी दावा है कि उन्होंने पर्याप्त बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली है। बिजली नेटवर्क को भी दुरुस्त किया गया है।
वर्ष | बिजली की अधिकतम मांग (मेगावाट) |
---|---|
2025 | 4361 (27.03.25) |
2024 | 4482 |
2023 | 3979 |
2022 | 4648 |
2021 | 3709 |
2020 | 3775 |
2019 | 4016 |
2018 | 3766 |
2017 | 4139 |
2016 | 3617 |