लाकडाउन: ग्रामीणो ने की प्रवासी मजदूरो की मदद, प्रशासन नही चेता

लाकडाउन: ग्रामीणो ने की प्रवासी मजदूरो की मदद, प्रशासन नही चेता
प्रवासी मजदूर

नकुड [इंद्रेश त्यागी]। अध्याना गांव में डिग्री कालेज के निर्माण में लगे मध्यप्रदेश व आजमगढ के मजदूरो की लाकडाउन में खस्ता हालत की खबर प्रकाशित होने के बाद ग्रामीणों ने मजदूरो को राशन व अन्य सामान उपलब्ध कराया।

ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने प्रवासी मजदूरो को रात मे ही चावल आटा व अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध करवा दिया था। हांलाकि दिन में उनके पास राशन समाप्त हो गया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने मिडिया को प्रवासी मजदूरों की बदहाल स्थिति से अवगत कराया था।

परंतु इसके बावजूद प्रशासन की नींद नंही टूटी । ग्रामीणों ने बताया कि हलका लेखपाल मजदूरो के पास गया था उसने मजदूरो से पूछा कि उन्हे ठेकेदार ने पैसे दिये या नही। लेकिन प्रशासनिक स्तर से कोई मदद नहीं की गयी। उधर ग्राम प्रधान पति प्रीतम सिंह ने बताया कि उसने कोटेदार को मजदूरो के लिये चालिस किलो राशन देने के लिये कहा है।

उधर तिरपडी निवासी भूपेद्र चौधरी ने बताया कि गांव में बाहरी व्यक्तियों को आना-जाना लगातार लगा हुआ है। पंरतु स्वास्थ्य विभाग न तो इन लोगो की स्क्रीनिंग की व्यवस्था कर रहा है और न ही बाहर से आने वाले व्यक्तियों को कोंरटाइन करने की कोई कार्रवाई की जा रही है। जिससे गांव में दहशत का माहौल है।

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