लॉकडाउनः अयोध्या के रौनाही थाने में घुसकर पीएसी जवानों का पुलिस पर हमला, तीन घायल
रौनाही के आरडी इंटर कॉलेज में कैंप कर रही पीएसी वाहिनी के दो जवानों को सुचितागंज बाजार से बुधवार सुबह करीब 11 बजे लॉकडाउन के उल्लंघन में थानाध्यक्ष ने पकड़ लिया। सूचना मिलते ही कंपनी कमांडर ने पहले थाने पर फोन किया, मगर माकूल जवाब न मिलने पर अपने दर्जनों पीएसी जवानों के साथ थाने में घुस गए।
वहां मिले एक दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों की पिटाई कर अपने दोनों जवानों को छुड़ा ले गए। इस दौरान घंटेभर तक अफरातफरी का माहौल रहा। उच्चाधिकारियों को सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे एसएसपी ने पुलिस कर्मियों की भूमिका की जांच सीओ सदर को सौंपी है। जबकि सीतापुर पीएसी के एएसपी को पीएसी के कमांडर व जवानों के हमले की जांच दी गई हैं।
अयोध्या यलो जोन में पहले से तैनात 25वीं वाहिनी पीएसी रायबरेली की ड्यूटी लॉकडाउन के दौरान सोहावल तहसील में लगाई गई है। इनका कैंप आरडी इंटर कॉलेज सुचितागंज में है। बुधवार सुबह 11 बजे पीएसी जवान जयशंकर यादव व शहबान खान सादे कपड़ों में पास की सुचितागंज बाजार में कुछ सामान खरीदने गए थे। वे हॉफपैंट व टी-शर्ट में थे, तभी गश्त करते हुए रौनाही थानाध्यक्ष दिपेंद्र सिंह पहुंचे और दोनों से लॉकडाउन में घूमने का कारण पूछा।
शासन को भेजी रिपोर्टमें कहा गया है कि जवानों ने पीएसी में कांस्टेबल होने की बात तो कही, मगर कोई आईकार्ड नहीं दिखाया। इसलिए पुलिस उन्हें थाने लाई। लेकिन थोड़ी ही देर बाद पीएसी कमांडर इंद्रजीत सिंह के साथ दर्जनों जवानों ने थाने में जबरदस्ती घुसकर हमला बोल दिया।
दोनों पीएसी के जवानों को लेकर चले गए। इस दौरान दीवान, दरोगा व एक सिपाही की पिटाई भी की। थाने में मौजूद पुलिस बल में भगदड़ मच गई। आननफानन थाना परिसर पुलिस छावनी में बदल गया। थाने को सील कर गेट पर कड़ा पहरा बैठा दिया गया। मौके पर पहुंचे मीडिया के लोगों को आसपास जाने की इजाजत नहीं थी।
एसएसपी आशीष तिवारी का कहना है कि मामले में पुलिस की भूमिका की जांच सीओ सदर सौंपी गई है। रिपोर्ट मिलने के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।
उधर, पीएसी की ओर से मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार को सौंपी गई है। संजय कुमार ने बताया कि पीएसी के दोनों सिपाही बाजार में सादी कपड़ों में सामान लेने गए थे। उनके पास आईकार्ड नहीं था।
थानाध्यक्ष दिपेंद्र सिंह ने दोनों को पकड़ा और बताने के बावजूद थाने ले गए। इसके बाद सूचना मिलने पर कंपनी कमांडर इंद्रजीत पीएसी के वाहन से जवानों को लेकर थाने गए। मगर उनका कहना है कि पहले थानेदार को फोन किया गया था, तो उनका जवाब ठीक नहीं था। इसलिए मौके पर जाकर दोनों जवानों को वापस ले आए। मामले की विभागीय जांच की जा रही है।