लखनऊ । कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच में भी उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार चुनने वालों के जोश में कमी नहीं है। चौथे और अंतिम चरण का मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो गया है। 17 जिलों में शाम को छह बजे तक चलने वाले मतदान के लिए मतदाताओं के साथ पोलिंग पार्टियां व सुरक्षा कर्मी मुस्तैद हैं।
प्रदेश में पहले चरण का मतदान 15 अप्रैल को हुआ था। जिसमें 18 जिलों 71 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसके बाद तो मतदान प्रतिशत बढ़ता ही चला गया। 19 अप्रैल को 20 जिलों में 73 प्रतिशत और 26 अप्रैल को 20 जिलों में 73.50 प्रतिशत मतदान हुआ था। अब आज भी 17 जिलों के मतदाता जोश में हैं और इनका प्रयास बीते तीन चरण के रिकॉर्ड को तोडऩे का है। बीते तीन चरण में मतपेटिका लूटने, इनमें पानी तथा स्याही डालने के साथ ही मारपीट तथा फायरिंग हुई थी। इन सभी को देखते हुए आज सुरक्षा कर्मी बेहद मुस्तैद हैं।
प्रदेश में आज बुलंदशहर, हापुड़, संभल, शाहजहांपुर, अलीगढ़, मथुरा, फर्रुखाबाद, बांदा, कौशांबी, सीतापुर, अंबेडकरनगर, बहराइच, बस्ती, कुशीनगर, गाजीपुर, सोनभद्र और मऊ जिलों में मतदान शुरु हो गया है।
5.5 लाख प्रत्याशियों का फैसला: प्रदेश में आज पंचायत चुनाव के अंतिम चरण के मतदान में 17 जिलों में 2.9 करोड़ से अधिक मतदाता साढ़े पांच लाख प्रत्याशियों के भाग्य विधाता बनेंगे। त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के चौथे व अंतिम चरण में गुरुवार को विभिन्न पदों के लिए 5,58,205 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 2,98,21,443 मतदाता करेंगे। प्रदेश के 17 जिलों में कुल 48,460 पोलिंग बूथों पर शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बचाव उपायों का सख्ती से पालन कराने के लिए कड़े निर्देश जारी हैं। निर्वाचन कराने के लिए 243708 अधिकारियों व कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इसमें 395 जोनल मजिस्ट्रेट व 2665 सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा जिला पंचायत सदस्य पदों के लिए 16 निर्वाचन अधिकारी व 96 सहायक निर्वाचन अधिकारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य पदों के लिए 177 निर्वाचन अधिकारी व 1599 सहायक निर्वाचन अधिकारी नियुक्त हैं। ग्राम प्रधान पदों के लिए 208 निर्वाचन अधिकारी तथा 2136 सहायक निर्वाचन अधिकारी तैनात हैं।
मतदान केंद्रों पर सेनेटाइजेशन: 19035 मतदान केंद्रों पर सफाई और सेनेटाइजेशन का कार्य कराया गया। निदेशक पंचायती राज किंजल सिंह ने बताया कि कोरोना गाइड लाइन का पूर्णत: पालन कराने को पोलिंग बूथों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहुओं और सफाई कर्मियों की ड्यूटी भी लगाई है। बूथों पर मतदाताओं के हाथों को सेनेटाइज करने के लिए पर्याप्त सेनेटाइजर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 14,120 ग्राम पंचायतों में 9,924 सफाई कर्मी और करीब 31,000 आंगनबाड़ी और आशा बहू कार्यरत हैं।
पल्स आक्सीमीटर व थर्मामीटर भी: निदेशक ने बताया कि पोलिंग बूथों पर निगरानी समिति के सदस्य, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा बहू पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर के साथ रहेंगी। मतदाताओं के मतदान के पहले तापमान और ऑक्सीजन स्तर की निगरानी करेंगीं। सैनिटाइज करने के बाद ही मतदान करने दिया जाएगा।