कोलकाता । पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में वोटों की गिनती जारी है। बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट कहे जाने वाली नंदीग्राम में वोटों की गिनती जारी है। यहां मुकाबला सुवेंदु अधिकारी के पक्ष में दिखाई दे रहा है। एक तरफ सीएम ममता बनर्जी हैं तो दूसरी ओर टीएमसी का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी हैं। ममता बनर्जी ने सुवेंदु को चुनौती देने के लिए अपनी भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम को चुना था। अब देखना होगा कि जनता ने यहां किस पर भरोसा दिखाया है। सभी चुनावी पंडितों की नजर नंदीग्राम पर हैं। बंगाल के दो सबसे कद्दावर नेता ममता बनर्जी और सुवेंदु अधिकारी यहां से आमने-सामने हैं। बंगाल में सरकार चाहे जिसकी बने लेकिन नंदीग्राम में हार-जीत का अलग महत्व है। ममता और सुवेंदु दोनों के लिए ही नंदीग्राम का मुकाबला नाक की लड़ाई बन गया है। वहीं 14 राउंड की मतगणना के बाद ममता बनर्जी 2331 मतों से आगे निकल गई है।
नंदीग्राम में ममता बनर्जी हुईं आगे
बंगाल की नंदीग्राम सीट पर सुबह से ही पीछे चल रहीं ममता बनर्जी अब आगे हो गई हैं। रुझानों में ऐसा पहली बार है जब ममता बनर्जी शुभेंदु अधिकारी से आगे हुई हैं। बताया जा रहा है कि ममता बनर्जी भाजपा के शुभेंदु अधिकारी के मुकाबले अब करीब 27 00 वोटों से आगे चल रही हैं।
सातवें राउंड में भी सुवेंदु अधिकारी आगे
सातवें राउंड में भी भाजपा के सुवेन्दु अधिकारी 8858 से आगे। सुवेन्दु अधिकारी को 49184, ममता बनर्जी को 40325 और वाममोर्चा उम्मीदवार मीनाक्षी मुखर्जी को 8749 वोट मिला।
छठे राउंड के बाद सुवेंदु अधिकारी 7,237 वोटों से आगे
छठे राउंड के बाद सुवेंदु अधिकारी ने एक बार फिर ममता बनर्जी पर बड़ी बढ़त बना ली है। छठे राउंड में भाजपा के सुवेन्दु अधिकारी टीएमसी उम्मीदवार ममता बनर्जी से 7237 वोट से आगे चल रहे हैं। इस राउंड में सुवेन्दु को 42,574, ममता को 35,337 एवं वाममोर्चा प्रत्याशी मीनाक्षी मुखर्जी को महज 2258 वोट प्राप्त हुआ है। सातवें राउंड की गिनती जारी है।
पांचवें राउंड के बाद ममता बनर्जी 3,110 वोटों से पीछे
नंदीग्राम में वोटों की गिनती बढ़ने के साथ ही मुकाबला दिलचस्प हो रहा है। तीसरे राउंड तक पिछड़ने के बाद चौथे और पांचवें राउंड में ममता बनर्जी ने बढ़त बना ली है। हालांकि पांचवे राउंड के बाद कुल मतगणना में ममता बनर्जी अभी 3,110 वोटों से पीछे से चल रही हैं।
चौथे राउंड के बाद सुवेंदु 4,000 वोटों से आगे
नंदीग्राम में चौथे राउंड की काउंटिंग के बाद ममता और सुवेंदु अधिकारी के बीच वोटों का अंतर थोड़ा कम हुआ है। फिलहाल सुवेंदु अधिकारी 4,000 वोटों से आगे हैं। इससे पहले वह 8,000 से अधिक वोटों से आगे चल रहे थे।
तीसरे राउंड में भी ममता पीछे
नंदीग्राम सीट पर ममता बनर्जी लगातार पीछे चल रही हैं। तीसरे राउंड के बाद सुवेंदु अधिकारी 8,000 से ज्यादा वोटों से आगे।
नंदीग्राम में ममता पीछे, सुवेंदु आगे
बंगाल चुनाव के रुझान आने शुरू हो गए हैं। शुरुआती रुझानों में ममता बनर्जी नंदीग्राम में पिछड़ती हुई दिखाई दे रही हैं। हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम से सुवेंदु अधिकारी आगे चल रहे हैं। अभी पोस्टल बैलट की गिनती जारी है। बताया जा रहा है कि नंदीग्राम में काफी देर से ममता बनर्जी पीछे चल रही हैं। भाजपा के सुवेंदु अधिकारी बनाए हुए हैं बढ़त। सुवेंदु अधिकारी 4551 वोटों से आगे।
2009 से नंदीग्राम में टीएमसी का कब्जा
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में आने वाली नंदीग्राम विधानसभा सीट पर 2009 से सत्ताधारी टीएमसी का कब्जा है। 2016 में नंदीग्राम में कुल 87 फीसदी वोट पड़े थे। 2016 में टीएमसी से सुवेंदु अधिकारी ने सीपीएम के अब्दुल कबीर सेख को 81,230 वोटों के अंतर से हराया था।
नंदीग्राम से 8 उम्मीदवार मैदान पर
नंदीग्राम से 8 उम्मीदवार मैदान पर हैं। ममता और सुवेंदु को सीपीएम की मीनाक्षी मुखर्जी टक्कर देंगी। इनके अलावा सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के मनोज कुमार दास और निर्दलीय उम्मीदवारों में दीपक कुमार गायेन, सुब्रत बोस, एसके सद्दाम हुसैन और स्वपन पुरुआ भी यहां से उम्मीदवार हैं।
ममता बनर्जी ने भी नंदीग्राम में किया था चंडी पाठ
वैसे ममता बनर्जी ने भी नंदीग्राम में हिंदू वोटरों को अपनी ओर खींचने के लिए चुनावी रैली के दौरान मंच से ही चंडी पाठ किया था। ममता चुनाव प्रचार के दौरान नंदीग्राम में कई मंदिरों में भी गईं थी। ऐसे में इस बार नंदीग्राम में बेहद ही दिलचस्प मुकाबला है और जब तक यहां अंतिम नतीजा नहीं आ जाता कुछ भी कहना मुश्किल है।
ममता का खेल बिगाड़ सकती हैं मिनाक्षी
ममता बनर्जी के नंदीग्राम से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद माकपा ने यहां से युवा नेता मिनाक्षी मुखर्जी को मैदान में उतारा। युवा वोटरों में मिनाक्षी की अच्छी खासी पकड़ है। मिनाक्षी भले यहां मुकाबले में नहीं दिख रही है, लेकिन सुवेंदु अधिकारी और ममता बनर्जी में से किसी एक का खेल वह जरूर बिगाड़ सकती हैं। खासकर ममता को मिनाक्षी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है क्योंकि थोड़ा बहुत जो भी मुस्लिम वोट वह काटेगी इससे सीधे ममता को नुकसान होगा। दरअसल, परंपरागत तौर पर माकपा का भी एक कैडर वोट है और साल 2007-08 में नंदीग्राम आंदोलन से पहले यह क्षेत्र उसका गढ़ रहा है।
नंदीग्राम में सुवेंदु का है काफी प्रभाव
दरअसल, बहुचर्चित नंदीग्राम आंदोलन में ममता बनर्जी के साथ रहे सुवेंदु इस आंदोलन के पोस्टर बॉय माने जाते हैं। पूर्व मेदिनीपुर जिले से ही आने वाले सुवेंदु का इस क्षेत्र में खासा प्रभाव है। उन्होंने 2016 में टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़कर यहां से जीत दर्ज की थी। अधिकारी ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं।
चुनाव से पहले सुवेंदु ने की थी टीएमसी से बगावत
बता दें कि सुवेंदु अधिकारी चुनाव से पहले टीएमसी से नाता तोड़ कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
सुवेंदु के भाजपा में शामिल होने के बाद ममता बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। इससे पहले 2011 में टीएमसी की सरकार बनने के बाद ममता ने कोलकाता की भवानीपुर सीट से चुनाव लड़कर विधायक बनीं। ममता बनर्जी का गृहक्षेत्र भी भवानीपुर ही है। हालांकि इस बार ममता भवानीपुर सीट की बजाय नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं।
बंगाल में काफी आगे चल रही है तृणमूल
इधर, बंगाल के चुनावी नतीजे पर नजर डालें तो शुरुआती रुझानों में तृणमूल कांग्रेस काफी आगे चल रही है। रुझानों में बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए तृणमूल कांग्रेस 197 सीटों पर जबकि भाजपा काफी पीछे यानी 92 सीटों पर ही आगे चल रही है। तृणमूल और भाजपा के बीच सीटों का फासला अब काफी बढ़ गया है।