LIVE: पंजाब की सियासी हलचल को लेकर प्रियंका ने की हरीश रावत से बात
- नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ कथित करीबी के बावजूद सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे की जानकारी दी. इससे यह संकेत मिल रहे हैं कि प्रियंका को भी इसकी जानकारी नहीं थी.
नई दिल्ली/चंडीगढ़: पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद राजनीति लगातार गरमा रही है. सिद्धू के समर्थन में मंत्री रजिया सुल्ताना, नवनियुक्त कोषाध्यक्ष गुलजार इंद्र सिंह चहल और महासचिव योगेंद्र ढींगरा इस्तीफा दे चुके हैं. उधर इस पूरे मसले को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है. सिद्धू के इस्तीफा देने के बाद आलाकमान पर भी सवाल उठने लगे हैं. पूरे मामले को हल करने के लिए पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी चंडीगढ़ जाने वाले थे लेकिन उनका दौरा टल गया.
पंजाब के सियासी हलचल को लेकर प्रियंका गांधी ने कांग्रेस महासचिव और पंजाब के प्रभारी हरीश रावत से की बात. जल्द सुलझाने को लेकर दोनों नेताओं में हुई बातचीत.
पंजाब दौरे पर पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं चन्नी साहब को सीएम बनने पर बधाई देता हूं. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने अपने मंत्रिमंडल में दागी मंत्रियों को शामिल किया और दागी अधिकारियों को अच्छी पोस्टिंग दी. मैं उनसे उन्हें बर्खास्त करने और कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं.
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पार्टी का जो हेड होता है, उसे परिवार में अपनी बात रखनी होती है. मैंने सिद्धू साहब से फोन पर बात की है, पार्टी सुप्रीम होती है. उन्हें आकर बात करने को कहा है.
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि सिद्धू के इस्तीफे से पार्टी को इससे कोई नुकसान नही हो रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा कोई ईगो नही हैं जो भी उपयुक्त अधिकारी होगा उसकी तैनाती की जाएगी.
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बातचीत जारी है. आज भी उनसे फोन पर बात हुई है. जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा.
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि 2 KW तक बिजली कनेक्शन वाले लोगों के कनेक्शन बहाल कर दिए जाएंगे. साथ ही सभी के पुराने बिल सरकार अपनी ओर से भरेगी. जल्द ही एक कमेटी का गठन कर दिया जाएगा, इसपर काम करेगी.
पंजाब में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पंजाब के लोगों के हितों के बारे में काम किया जा रहा है.
सुखविंदर सिंह काका ने कहा कि उन्हें (नवजोत सिंह सिद्धू) सुनील जाखड़ के ऊपर चुना गया, जिन्होंने कांग्रेस के लिए जीवन भर काम किया. अगर वह (सिद्धू) अभी भी खुश नहीं हैं, तो वह कभी भी खुश नहीं रह सकते. पंजाब की स्थिति थोड़ी परेशान करने वाली है. गांधी परिवार ने उन पर बहुत विश्वास किया और फिर उन्होंने ऐसा किया.
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे पर पंजाब कांग्रेस के नेता सुखविंदर सिंह काका बोले एक आदमी (नवजोत सिंह सिद्धू) के पार्टी छोड़ने या शामिल होने से चुनाव जीतने की हमारी संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ता है, कांग्रेस फिर से सरकार बनाएगी.. उन्होंने जो किया वह विश्वासघात से कम नहीं है.
नवजोत सिंह सिद्धू के घर पहुंचे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष पवन गोयल
पंजाब कैबिनेट की बैठक में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर बातचीत जारी है
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का भाजपा में शामिल होने की अटकलें हैं वहीं भाजपा में शामिल होने को लेकर उत्तराखंड और पंजाब के भाजपा प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम का कहना है कि यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा में शामिल होना चाहते हैं तो उनका पार्टी स्वागत करेगी.
सिद्धू ने कहा, ‘मैं ना ही हाईकमान को गुमराह कर सकता हूं और ना ही गुमराह होने दे सकता हूं. पंजाब के लोगों के लिए मैं किसी भी चीज़ की कुर्बानी दूंगा, लेकिन अपने सिद्धातों पर लड़ूंगा. दागी नेता, दागी अफसरों की वापसी कर वही सिस्टम खड़ा नहीं किया जा सकता है’.
उन्होंने आगा कहा ‘मेरे पिता ने एक ही बात सिखाई है, जहां भी मुश्किल खड़ी हो तो सच की लड़ाई लड़ो. जब भी मैं देखता हूं कि सच के साथ समझौता हो रहा है, जब मैं देखता हूं कि जिन्होंने कुछ वक्त पहले बादल सरकार को क्लीन चिट दी, बच्चों पर गोलियां चलाई उन्हें ही इंसाफ की जिम्मेदारी दी थी. जिन्होंने खुलकर बेल दी है, वो एडवोकेट जनरल हैं.’
सिद्धू ने कहा ‘प्यारे पंजाबियों, 17 साल का राजनीतिक सफर एक मकसद के साथ किया है. पंजाब के लोगों की जिंदगी को बेहतर करना और मुद्दों की राजनीति करना. यही मेरा धर्म था और यही मेरा फर्ज है, मैंने कोई निजी लड़ाई नहीं लड़ी है. मेरी लड़ाई मुद्दों की है, पंजाब का अपना एक एजेंडा है. इस एजेंडे के साथ मैं अपने हक-सच की लड़ाई लड़ता रहा हूं, इसके लिए कोई समझौता है ही नहीं है.’
नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को एक वीडियो संदेश जारी किया है. सिद्धू ने कहा कि वह अपने मुद्दों से समझौता नहीं कर सकते हैं, हक और सच की लड़ाई को वह लड़ते रहेंगे.
मनीष तिवारी ने कहा कि मैं अभी-अभी एक क्षेत्रीय सुरक्षा सम्मेलन से लौटा हूं और मैं आपको बता सकता हूं कि पंजाब में जो कुछ हो रहा है, उससे सबसे अधिक अगर कोई खुश है तो वह है पाकिस्तान. इन सभी चीजों से पाकिस्तान को मौका मिल रहा है.
संगठन के पदों पर बैठे मंत्रियों की तुलना में सत्ता से ऊंचा आदर्श है. वह उच्च आदर्श पंजाब जैसे सीमावर्ती राज्य की शांति, शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना है. उन परिस्थितियों में जो खुद खेल रहा है वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पंजाब के मामले में निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पंजाब के एक सांसद के रूप में, मैं पंजाब में हो रही घटनाओं से बेहद व्यथित हूं. 1980-1995 के बीच उग्रवाद और आतंकवाद से लड़ने के बाद पंजाब में शांति वापस लाने के लिए 25,000 लोगों, जिनमें से अधिकांश कांग्रेसी थे. सभी ने अपना बलिदान दिया.
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी करेंगे प्रेस कांफ्रेंस 12.30 बजे प्रेस कॉन्फ़्रेन्स करेंगे
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत का चंडीगढ़ दौरा टल गया है.
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वर्किंग प्रेसिडेंट कुलजीत नागरा और लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू का नाम नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में आगे चल रहा है.
पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं. सूत्रों के मुताबिक, हरीश रावत का दौरा रद्द किया जा रहा है और आलाकमान पूरी तरह से चरणजीत सिंह चन्नी के साथ ही है. अब नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरू की जा रही है.
पंजाब के मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वारिंग और परगट सिंह सुबह नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने के बाद उनके आवास से निकले
उन मंत्रियों के खिलाफ पार्टी एक्शन ले सकती है, जो मुख्यमंत्री चन्नी की बुलाई बैठक में भी नहीं पहुंचेंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पार्टी आलाकमान ने अभी तक सिद्धू से बात नहीं की है और उनका इस्तीफा भी स्वीकार नहीं किया है. पार्टी सिद्धू को टाइम देना चाहती है.
पंजाब में सियासी घमासान को लेकर एक्टिव हुआ पार्टी आलाकमान. पार्टी आलाकमान का संदेश लेकर चंडीगढ़ पहुंचे कांग्रेस नेता हरीश चौधरी.
पार्टी ने सिद्धू को मनाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री चन्नी को सौंपी है. पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत का चंडीगढ़ दौरा रोक दिया गया है और वे सियासी उथलपुथल के बीच चंडीगढ़ नहीं जाएंगे.
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान सिद्धू के रवैये से नाराज है और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस मसले पर कड़ा फैसला भी ले सकता है.