Live Haryana No Confidence Motion: अविश्वास प्रस्ताव पर सत्ता पक्ष व विपक्ष में तीखी बहस, थोड़ी देर में वाेटिंग
चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाजपा विधायक असीम गोयल की टिप्पणी पर हंगामा हाे गया। गुस्साए कांग्रेस विधायकों ने सदन में हंगामा किया और स्पीकर के आसन के सामने आ गए। इससे पहले सदन में कांग्रेस विधायक दल के नेता और नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इस पर सदन में गर्मागरम चर्चा हो रही है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने जमकर भिड़ंत हो रही है। बहस पूरी होने वाली है और अब थोड़ी देर में इस पर वोटिंग होगी। 55 विधायकाें के सरकार के पक्ष में और 32 विधायक अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने की संभावना है। इनमें 30 कांग्रेस विधायकों के साथ दो निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान और बलराज कुंडू शामिल हैं। एक विधायक के गैर हाजिर रहने की संभावना है
विधानसभा में मौजूदा स्थिति
कुल 90 सीटों से दो खाली
भाजपा- 40
जेजेपी – 10
कांग्रेस- 30
निर्दलीय- 7
हलोपा- 1
बहुमत के लिए – 45
बहस में भाग लेते हुए जजपा के विधायक और श्रम राज्यमंत्री अनूप धानक ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर तंज कसा। उन्होंने कहा, हुड्डा तेरे राज में जमीन गई ब्याज में। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने सदन में कहा
कि अविश्वास प्रस्ताव में कुछ नहीं है। संख्या बल स्पष्ट दिख रहा है और सरकार के पास बहुमत है। मैं अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस की वजह से नहीं किसान की वजह से साथ हूं। कुंडू ने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायक 1-1 फायदा किसान कानून का बता दें तो मैं आप लोगों के समर्थन में वोट डालूंगा। एसवाईएल की तरह ये चुनावी मुद्दा ना बन जाए। कुछ साथी अपने आकाओं को खुश करने के लिए किसान कानूनों के पक्ष में बोल रहे हैं। सरकार संवाद का रास्ता खोल बातचीत कर समाधान निकालें। इस अविश्वास प्रस्ताव में कुछ नहीं रखा, 30 वोट कांग्रेस के हैं, एक वोट मेरा, एक वोट सोमवीर सांगवान का है।
गोपाल कांडा ने की सरकार के समर्थन की घोषणा
हरियाणा की पूर्व मंत्री एवं हलोपा विधायक गोपाल कांडा कहा कि मैं स्वयं के बूते पर लोगों के सहयोग से विधानसभा में चुनकर आया हूं। सदन में मुझे सभी की बात रखनी है। पूरा भारत गांवों में बसता है। अगर गांव का किसान सरकार हितैषी नहीं होता तो दोबारा देश और हरियाणा में भाजपा की सरकार नहीं आती। रही बात विपक्ष की तो वह किसानों के हित में अपनी बात सही ढंग से रख रहे हैं। किसान आज समझदार हैं। अगर उन्हें लगता है कि यह कानून ठीक नहीं है तो तीन साल बाद जो चुनाव होंगेे, उसमें वह बता देंगे कि उनका फैसला क्या है। मैंने अपने दिल से जो सरकार हरियाणा में है, जिन्होंने मुझे चुनकर भेजा है, उनके लिए मैं हरियाणा की सरकार के साथ हूं, क्योंकि यह मेरा कर्तव्य बनता है।
भाजपा विधायक असीम गोयल की टिप्पणी पर सदन में हुआ हंगामा, कांग्रेस विधायक बिफरे
दादरी के निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने कहा कि भाजपा विधायक अभय सिंह यादव ने किसानों को गिरोह कहा है। यह शब्द हटना चाहिए। इसके बाद स्पीकर ने इस शब्द को डिलीट करवा दिया। सांगवान ने कहा कि हमने तीनों कानून पढ़े हैं। इसमें किसान की भलाई के नाम की कोई चीज नहीं है। भाजपा सरकार के मंत्री या सांसद या एमएलए गांवों में सभाएं नहीं कर पा रहे हैं, इसका कारण क्या है। इसके जिम्मेदार भाजपाई ही हैं। खुद पहले भाजपाइयों ने किसानों के हित में बड़े बड़े दावे किए हैं और अब उनकी बात नहीं मान रहे हैं।
शकुंतला खटक ने कहा- हुड्डा का ट्रैक्अर अपनी मर्जी से खींचा, किसी पुरुष से कम नहीं हूं
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का ट्रैक्टर खींचने वाली कलानौर की कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक ने सदन में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल कल ज्यादा ही भावुक हो रहे थे। यदि उनके दिल में दर्द है तो वह बार्डर पर बैठीं महिलाओं व बच्चों के लिए भी भावुक होकर दिखाएं। मैं किसी पुरुष से कम नहीं हूं। मैंने अगर ट्रैक्टर खींचा है तो यह मेरी मर्जी है।
हुड्डा की चुनौती अपने क्षेत्रों में जाकर दिखाएं सरकार के मंत्री और विधायक
प्रस्ताव पेश करने के बाद हुड्डा ने राज्य के मंत्रियों, सत्ता पक्ष के विधायकों को चुनौती दी कि वे अपने क्षेत्रों में जनता के बीच जाकर दिखाए। हुड्डा ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में सीक्रेट वोटिंग कराओ, पता चल जाएगा कि हरियाणा सरकार का बहुमत कहां चला गया। इस पर शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हुडृडा और कांग्रेसी लोगों को उकसा रहे हैं। इनको किसानों से नहीं लेना, बस अपनी सियासत की पड़ी है। इस बीच स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस का समय एक घंटा बढा दिया है।
सदन में प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान भाजपा के असीम गाेयल की टिप्पणी पर कांग्रेस विधायक गुस्सा हो गए और हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस विधायकों ने असीम गाेयल पर किसानों को देशद्रोही कहने का आरोप लगाया। गोयल ने इसे पूरी तरह गलत बताया। उन्होंने कहा कि मैंने किसानों के लिए ऐसे शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। मैं किसानों को नमन करता हूं और उनके बारे में ऐसा सोच तक नहीं सकता।
अंबाला शहर से भाजपा विधायक असीम गोयल ने कहा कि कांग्रेस किसान आंदोलन की आड़ में सत्ता की सीढ़ियां चढ़कर जाना चाहते हैं। पहले कांग्रेस वालों ने प्रदेश को जलाने का काम किया था। इनको लगा कि अब सत्ता को हथियाने के लिए किसानों से भोला, सरल और सीधा रास्ता कोई नहीं हो सकता। गांव में कांग्रेस के लोग इसलिए नहीं जाने दे रहे हैं कि गांवों के लोगों को जब सरकार का पक्ष पता चलेगा तो फिर कांग्रेस के लोगों को गांव के लोग घुसने नहीं देंगे। अभी किसानों तक सिर्फ एक ही पक्ष पहुंच रहा है। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने पूछा कि असीम गोयल यह बताएं कि किसे देशद्रोही कहा है। असीम गोयल ने कहा कि हुड्डा अपने आपको हाईकमान के सामने पेश करना चाहते हैं। हुड्डा जी-23 ग्रुप के सदस्य हैं। उन्होंने पिछले दिनों जम्मू में भगवा पगड़ी पहनी है।
जजपा विधायक देवेंद्र बबली बोले किसानाें के नाम पर ड्रामा बंद हो, कांग्रेस विधायकों को दी इस्तीफे की चुनौती
टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र बबली ने सदन में कहा कि किसानों के नाम पर ड्राम नहीं करो। यदि किसी को किसान की समस्या का दुख है तो इस्तीफा दो। वे खुद भी इस्तीफा देने को तैयार हैं।
निर्दलीय विधायक खुलकर सरकार के पक्ष में आए, कांग्रेस पर उठाए सवाल
कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन ने सरकार के पक्ष में अपना भाषण दिया। उन्होंने कहा( मैं पहली बार सदन में आया हूं। इस देश और प्रदेश का किसान बदहाली में है। जो किसान देश का पेट भरता है, वह किसान अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए सड़कों पर है, अपनी किसानी व खेती बचाने के लिए सड़क पर है। हरियाणा में कोई भी किसान कर्जमुक्त नहीं है, जमीन और जायदाद बैंकों में गिरवी रखी है, असली किसान वह है, जो खेतों में काम करता है, वह ठेके पर जमीन लेकर खेती करता है, लेकिन जो माहौल एक वातावरण इस आंदोलन को लेकर बना दिया गया है, उससे सरकार भी चिंतित है।
गोलन ने कहा कि विपक्ष आरोप लगाता है कि सरकार किसान विरोधी है। यहां विधानसभा में 60-70 विधायक किसान हैं। आज किसान चिंता में हैं। चर्चा सिर्फ यह करते हैं कि सीएम और डिप्टी सीएम के हेलीकाप्टर नहीं उतरने दिए जाते। यह सिर्फ कांग्रेस की सोच है। गोलन ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के लगभग सभी कर्जदार हैं। किसानों के आंदोलन से हरियाणा सरकार चिंतित हैं मगर कांग्रेस लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसानों को गुमराह कर रही है। पूर्व सीएम हुड्डा दस साल तक तो सत्ता में रहते हुए कभी किसानों के बारे में नहीं बोले मगर अब उन्हें किसान याद आ रहे हैं।
गोलन ने कहा, मेरे पास 60 किसान आए थे। कह रहे थे कि अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोटिंग करना। मैंने उन्हें कहा कि मैं 41 हजार वोटों से जीत कर आया हूं, क्या 60 लोगों के चक्कर में मैं 41 हजार लोगों के हितों की अनदेखी कर दूं।
निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत बाेल- कांग्रेस ने लोगों को गुमराह किया, जनता माफ नहीं करेगी
निर्दलीय नयनपाल रावत ने भी अविश्वास प्रस्ताव का विरोध किया। नयनपाल रावत ने कहा कि तीन कृषि कानून किसान के पक्ष में है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा नकली मुख्यमंत्री रहे हैं और मनोहर लाल असली मुख्यमंत्री हैं। हुड्डा अनुबंध खेती यह लेकर आए थे। कांग्रेस ने किसान आंदोलन के नाम पर तो कभी जाट आंदोलन के नाम पर जनता को गुमराह किया है। जनता कांग्रेस को माफ नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि पंजाब की विधानसभा में कांग्रेस के नेता नवजोत सिद्धू कहते हैं कि पंजाब में हरियाणा की सरकार की नीतियों को अपनाए मगर यहां कांग्रेस मनोहर लाल सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला रही है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार 1100 रुपये प्रति क्विंटल बाजरा खरीद रही है औरर हरियाणा में 2100 रुपये प्रति क्विंटल खरीद रही है। नयनपाल रावत ने सुखचैन नामक बंदर की कहानी सुनाई और हुड्डा पर जी-23 को लेकर भी तंज कसा। नांगल चौधरी से भाजपा विधायक डाक्टर अभय सिंह यादव ने कहा कि कि कांग्रेस ने किसानों को जमीन चली जाने का भय दिखाते हुए गुमराह किया है।
किरण चौधरी ने कहा- मंडियों को खत्म करना चाहती है भाजपा सरकार
किरण चौधरी कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में अपनी बात रखी। स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने के लिए भाजपा ने चुनावी घोषणा पत्र में वायदा किया था इसलिए भाजपा अपना वायदा पूरा करे। किरण चौधरी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमन ने अपने भाषण में कहा कि मंडियों की उम्र खत्म हो चुकी है। पूंजीपतियों के सेमीनार में यह बात कही। पूंजीपतियों को आश्वस्त किया था। किसान जब मंडियों में नहीं जा पाएगा तो फिर किसान किससे एमएसपी लेगा। असली जड़ न्यूनतम समर्थन मूल्य का है। यदि इसका कानून बना देते तो कुछ नहीं होता। हरियाणा सरकार को एमएसपी की गारंटी देने संबंधी कानून बनाना चाहिए। भाजपा नेताओं ने एसवाईएल पर झूठे उपवास रखे। दक्षिण हरियाणा में पानी ही नहीं है।
प्रस्ताव के पक्ष में आधा घंटा बाेले हुड्डा, करीब दर्जन भर मुद्दे उठाए
भूपेंद्र सिंह हुड्डा अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में करीब आधा घंटे तक बोले। हुड्डा ने इस दौरान कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, महंगाई सहित करीब एक दर्जन मुद्दे उठाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के पास भले ही बहुमत है, लेकिन उसेि मंत्री व विधायक अपने हलके में जाकर दिखाएं तो मानें।
कांग्रेस के 30 विधायकों के हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास प्रस्ताव सदन में पेश किया गया। कांग्रेस के 18 विधायकों ने खड़े होकर अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करते हुए उस पर चर्चा कराने की मांग की। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति देने के बाद विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा सदन अपनी बात रखी। हुड्डा ने कहा कि सरकार ने किसानों के आंदोलन पर सवाल उठाए तथा उन्हें खालिस्तानी कहा। यह सरकार नौकरियां बाहर के लोगों को दे रही है। बेरोजगारी की स्पीड तेजी के साथ बढ़ रही है। उन्हाेने कहा कि मैं आंदोलन के दौरान दिवंगत किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
हुड्डा ने कहा कि आज हाल यह हे कि सरकार का कोई मंत्री, विधायक या सांसद गांवों में नहीं घुस सकता। आज कृषि कानूनों की बात नहीं करूंगा लेकिन लोग इस सरकार से नाराज बैठे हैं। हरियाणा सरकार ने किसानों पर वाटर कैनन से हमला किया। पुलिस वालों को किसानों को पीटने के लिए लोहे से डंडे दिए गए। आज किसान की लागत बढ़ गई है और आमदनी घट रही है। सरकार ने आंदोलन को कुचलने का हरसंभव प्रयास किया ।
हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में दो किस्म के डोमिसाइल की व्यवस्था लागू कर दी गई है। पांच साल के डोमिसाइल की नई व्यवस्था लागू कर दी है। एससी और बीसी समेत हरियाणा के लोगों के हकों पर डाका डाला जा रहा है। डोमिसाइल की व्यवस्था 15 साल ही रहनी चाहिए। महाराष्ट्र में यह 15 साल ही है। देश का कोई राज्य ऐसा नहीं है, जिसमें दो डोमिसाइल की व्यवस्था हो। हरियाणा में प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में 75 फीसदी आरक्षण में गलत तरीके की बात उठाई।
हुड्डा ने कहा कि सरकार लोगों का विश्वास खो चुकी है। लोग इनके हेलीकाप्टर तक नीचे नहीं उतरने दे रहे हैं। हरियाणा में बेरोजगारी की तरह अपराध भी बढ़ रहा है। अगलेे चुनाव में भाजपा जजपा के लोग फिर लोगों के साथ झूठे वादे करेंगे। हरियाणा में हर रोज तीन से चार हत्याएं, पांच से छह दुष्कर्म, 54 चोरी डकैती व लूट की वारदात हो रही है।
जजपा विधायक ईश्वर सिंह ने कांग्रेस पर किया हमला, अविश्वास प्रस्ताव को बताया अनुचित
जजपा विधायक ईश्वर सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव को अनुचित ठहराया। उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। ईश्वर सिंह ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में होती तो सब कुछ बढ़िया था, अब सब कुछ खराब है। ऐसा नहीं है। ईश्वर सिंह ने कहा कि किसान की बात करते समय कांग्रेस के नेता मजदूर वर्ग की कभी बात नहीं करते।
इसके बाद कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में विधायक अपने दिल की आवाज को सुनकर मतदान करें। जगबीर मलिक ने कृषि मंत्री जेपी दलाल से मांग की कि वे किसानों से माफी मांगे क्योंकि उन्होंने किसानों के बारे में अनर्गल टिप्पणी की थी। मलिक ने कहा कि दो मंडी होने से किसानों के साथ धोखे हुए हैं। मध्य प्रदेश के ऐसे उदाहरण मिले हैं। वहां के किसानों की जमीन भी गिरवी रख दी। यही इन कानूनों में काला है। इस पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने पूछा कि यह किस कानून के तहत हुआ।
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कांग्रेस को किया कटघरे में खडा
कृषि मंत्री जेपी दलाल कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ अपनी बात रखी। दलाल ने कहा कि कांग्रेस की सरकार की वजहों से किसान की हालत कमजोर है। कांग्रेस के राज के 10 साल के आंकड़े और भाजपा सरकार के छह साल के कामों के आंकड़े पेश कर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया। जेपी दलाल ने कहा कि यह बात सही है कि आज किसान की हालत कमजोर है, लेकिन यह बात भी सही है कि इसके लिए कांग्रेस ही जिम्मेदार है। कांग्रेस केंद्र के तीन कृषि कानूनों को काले कानून बताकर किसानों को गुमराह कर रही है। आज तक कांग्रेस यह नहीं बता पाई कि कौन सी मंडी बंद हो गई और कौन सा एमएसपी कम हो गया है
नैना चौटाला व जजपा विधायकों से बोेले रघुबीर कादियान- अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करें
अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कांग्रेस विधायक रघुबीर सिंह कादियान भी बाेले और भाजपा-जजपा सरकार पर निशाना साधा। रघुबीर कादियान ने कहा कि मेरा जजपा के विधायकों से अनुरोध है कि वह भाजपा का विरोध करें। जजपा के नेताओं के चुनाव से पहले की रिकार्डिंग हमारे साथ हैं। मेरा नैना चौटाला से अनुरोध है कि वह झांसी की रानी बनकर अपनी पार्टी के विधायकों को कहें कि किसानों के हक में अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करें।
दुष्यंत चौटाला की ओर इशारा करते हुए रघुबीर कादियान ने कहा कि वह आंख मीचकर देख लें। यदि उन्हें देवीलाल का फोटो नजर आ जाए तो अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोट देना। मेरी रणजीत चौटाला से भी इसी तरह की अपील है। देवीलाल के परिवार के इन सदस्यों को यदि अपनी कुर्सी पर ढ़ाई सौ लोगों के खून के धब्बे नजर आ जाएं तो वह अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन कर दें।
कंवरपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर किसान आंदोलन को लेकर कसा तंज
अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में अपनी बात रखने के लिए संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि किसान आंदोलन में कांग्रेस का लक्ष्य कुछ और था, किसानों का हित नहीं था। गुर्जर ने कहा हुड्डा ने किसानों को खालिस्तानी और पाकिस्तानी कहने का आरोप हम पर लगाया। हुड्डा हमारी पार्टी के किसी नेता का नाम बताएं कि किसने ऐसा कहा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का टारगेट किसान नहीं हैं। धरने पर बुजुर्ग किसानों ने दम तोड़ा। कांग्रेस विधायकों को चाहिए था कि वह बुजुर्गों को वहां से घर जाने के लिए कहते और खुद धरने पर बैठते। कंवरपाल गुर्जर ने कांग्रेस की सरकार और अपनी सरकार के कार्यकाल में फसलों के बढ़े दामों की तुलना करते हुए कांग्रेस को जवाब दिया।
गुर्जर ने कहा कि हमने किसानों के लिए सहकारी बैंकों का ब्याज जीरो कर दिया है। कांग्रेस ही किसानों की मौत की जिम्मेदार है। विपक्ष के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है। हमने किसानों के खाते में छह हजार रुपये डाले हैं, लेकिन हुड्डा बड़े आदमी हैं, उन्हें यह पैसा नहीं चाहिए। हमारी सरकार ने छह हजार करोड़ से ज्यादा का मुआवजा किसानों को दिया है। कांग्रेस अव्यवस्था फैलाना चाहती है। इससे पहले के आंदोलन में कहीं किसानों ने ट्रैक्टर से बैरीकेड्स नहीं तोड़े, लेकिन इस आंदोलन में तोड़े गए, इससे पता चलता है कि कांग्रेस इस आंदोलन में घुस चुकी है
गुर्जर ने कहा कि हमने जिन अपराधियों को पकड़ा, उनके हक में 70 वकीलों को लेकर खड़े हो गए। कैमला में हमारे पास बहुत पुलिस थी, हम कार्रवाई कर सकते थे, क्योंकि हमें पता था कि उनका उद्देश्य क्या है। आप लोग चाहते थे कि हम लाठीचार्ज करें, गोलियां चलाएं और आप हमें बदनाम करो, आप भी इस षड्यंत्र में शामिल हो।
गुर्जर बोले- कांग्रेस ने लोगों से कहा कि सरकार वालों को गांवों में न घुसने दो। हुड्डा और उनके नेता लोगों को उकसा रहे हैं। हुड्डा को राजनीति करते हुए 45 साल हो गए हैं। हुड़्डा की जिम्मेदारी लोकतंत्र के प्रति ज्यादा है। संविधान निर्माता रहे हैं इनके पिता, लेकिन फिर भी वह लोगों को संविधान की रक्षा करने के लिए प्रेरित करने की बजाय उसे तोड़ने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाह रही है कि किसी तरह से टकराव पैदा हो. हमारी सोच है कि टकराव खत्म किया जाए. हमारी सोच टकराव की होती तो हम लाठियां चलवा सकते थे, मगर हमने नहीं किया। इसके जवाब में हुड्डा ने कहा कि हमारी सोच यह है कि आप संवेदनशील बनो। कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि इन तीन बिलों में कमियां बताओ, ताकि पूरा देश और प्रदेश सुन सके, आपको पता ही नहीं कि इन कानूनों में क्या कमियां हैं
हरियाणा विधानसभा में शक्ति परीक्षण के चलते आज सिरसा के विधायक गोपाल कांडा भी सदन में पहुंचे हैं। वह सरकार को समर्थन दे रहे हैं। कांडा हरियाणा लोकतांत्रिक पार्टी के इकलौते विधायक हैं। अभी तक मौजूदा विधानसभा की 20 बैठकें हुई हैं और इनमें कांडा तीसरी बार ही शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। 17 बार विधानसभा से रहे नदारद रहे।