गांव बास्तम में दहशत बरकरार, नहीं पकड़ा गया तेंदुआ

गांव बास्तम में दहशत बरकरार, नहीं पकड़ा गया तेंदुआ
सहारनपुर में गांव बास्तम में तेंदुआ को पकडऩे के लिए सेंध लगाती पुलिस व वन विभाग की टीम।

दूसरे दिन भी पुलिस और वन विभाग की टीम गांव में डेरा डाले रही

देवबंद। गांव बास्तम के खेतों में नजर आया तेंदुआ दूसरे दिन भी पकड़ में नहीं आ सका है। जिसके चलते गांव में रहने वाले हजारों लोगों अभी भी दहशत के माहौल में है। हालांकि वन विभाग की टीम ने गांव में ही डेरा डाल रखा है और पूरी शिद्दत के साथ तेंदुए की तलाश की जा रही है।

चर्चा है कि तेंदुआ संभवत खेतों के रास्ते ही कहीं ओर निकल गया है। देवबंद नगर से करीब पांच किमी की दूर गांव बास्तम में सोमवार की सुबह खेतों पर काम कर रहे किसानों ने एक तेंदुए खेतों के बीच बैठा हुआ देखा थे, जिसके बाद गांव में सनसनी फेल गई थी। सूचना मिलने पर वन विभाग और पुलिस प्रशासन की टीम ने गांव पहुंच तेंदुए की तलाश शुरू कर दी थी। आखिरी बार सोमवार की दोपहर तेंदुआ राजबाहे से निकल कर सडक पार कर खेतों में जाता हुआ कैमरे में कैद हुआ था, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन और तेज कर दिया गया था। लेकिन दूसरा दिन बीत जाने के बावजूद भी तेंदुआ पकड़ में नहीं आ सका है। इस कारण गांव वाले दहशत में है। वन विभाग के अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर ग्रामीणों से शाम होने के बाद बिना किसी जरूरी काम के घरों से बाहर न निकलने की अपील की थी, जिसके चलते सोमवार की शाम से ही गांव में सन्नाटा पसर गया था और पूरी रात ग्रामीणों की दहशत के साय में कटी। हालांकि पुलिस और वन विभाग की टीम रात भर सक्रिय रही। टीम को उम्मीद थी कि जिन संभावित स्थलों पर जाल और पिंजरे लगाए गए हैं। सुबह होने पर तेंदुआ या तो किसी जा या फिर पिंजरे में कैद मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मंगलवार को भी वन विभाग की टीम वन विभाग की एसडीओ संवेदना चैहान, वीरेंद्र सिंह, और रेंजर विशाली चैधरी के नेतृत्व में गांव में ही डेरा डाले रही। लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। चर्चा है कि संभवत तेंदुआ खेतों के रास्ते ही किसी अन्य स्थान पर चला गया है। वहीं, वन विभाग की टीम का कहना है कि जाल और पिजरे अभी भी लगे हुए हैं। यदि क्षेत्र में कहीं भी तेंदुआ है, तो उसे अवश्य पकड़ लिया जाएगा।