विधायी समाधिकार समिति ने की जनपद में समीक्षा बैठक

- सहारनपुर में सर्किट हाऊस में विधायी समाधिकार समिति की समीक्षा बैठक सम्बोधित करते सभापति वीरेंद्र सिंह।
सहारनपुर। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विधायी समाधिकार समिति के सभापति वीरेन्द्र सिंह कहा कि जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों को समय से भेजा जाए। गड्ढामुक्त सडकों के संबंध में जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाए एवं विशेष मरम्मत के दृष्टिगत प्रस्ताव भेजे जाएं। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विधायी समाधिकार समिति के सभापति वीरेन्द्र सिंह आज सर्किट हाऊस में आयोजित विधायी समाधिकार समिति की समीक्षा बैठक सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने बैठक में नियोजन, ग्राम्य विकास, ऊर्जा, लोक निर्माण, पर्यटन, पंचायती राज, सिंचाई, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, गृह एवं परिवहन विभाग के जनपद में जिला स्तरीय समितियों में 2021 से अब तक सदस्य विधान परिषद व सदस्य विधान सभा से लिये गये प्रस्तावों और उन पर की गयी कार्यवाही के साथ ही वर्तमान में संचालित योजनाओं एवं विकास कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान कृषि भूमि की सिंचाई हेतु ट्यूबवेल को विद्युत आपूर्ति शासनादेश के अनुसार उपलब्ध करायी जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो।
उन्होंने सिंचाई विभाग को नहर के किनारे स्थित पटरी की आवागमन के दृष्टिगत साफ-सफाई कराने के लिए कहा। वीरेन्द्र सिंह ने सभी विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत आयोजित कार्यक्रमों सहित महत्वपूर्ण बैठकों की सूचना जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से दी जाए। अधिकारी निरंतर जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क में रहें। सभापति को बाढ के संबंध में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने जनपद में बाढ राहत में किये गये कार्यों से अवगत कराया। जनपद में किये गये बाढ राहत कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बाढ से फसलों के नुकसान का आंकलन यथाशीघ्र शासन को भेजा जाए। यमुना किनारे बाढ के कारण हुए कृषि भूमि कटान का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बाढ की वजह से टूटे हुए तटबंधों का प्रस्ताव शासन को भेजने के निर्देश दिए। पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान उन्होने कहा कि महिलाओं, बालिकाओं एवं जनसामान्य की सुरक्षा में किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए। नगर आयुक्त ने आईसीसीसी एवं सेफ सिटी के बारे में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। विकास प्राधिकरण को मानचित्र से संबंधित बैठक में जनप्रतिनिधियों को बुलाने एवं अवैध वसूली करने वालों पर कडी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्साधिकारी को स्वास्थ्य संबंधी समस्त व्यवस्थाएं एवं पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए अधिक से अधिक छात्रों का पंजीकरण कराया जाए।
उन्होंने जनपद में जितने भी जर्जर विद्यालय हैं उनके पुरूद्वार के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। जनपद में किये गए वृक्षारोपण की समीक्षा करते हुए सभापति ने निर्देश दिए कि वृक्षारोपण करने से जिम्मेदारी पूर्ण नहीं हो जाती। विधायी समाधिकारी समिति के सदस्य सुभाष यदुवंश ने निर्देश देते हुए कहा कि संबंधित अधिकारीगण जनप्रतिनिधियों से प्राप्त प्रस्तावों को शासन स्तर पर भेजकर निरंतर फालोअप करते रहें। अधिकारियों द्वारा गुणवत्तापूर्ण कार्य किये जाएं। साथ ही जनहित में नवाचार के कार्य भी करें। विधायी समाधिकारी समिति के सदस्य रजनीकांत माहेश्वरी ने चिकित्सालयों में आवश्यक चिकित्सकों की सूची उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
श्रीमती वंदना वर्मा ने अधिकारियों से कहा कि सभी आवश्यक बैठकों की जानकारी दी जाए। बैठक में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने समिति को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरश: अनुपालन किया जाएगा। इस अवसर पर विकास प्राधिकरण के वीसी आशीष कुमार, नगर आयुक्त गजल भारद्वाज, मुख्य विकास अधिकारी विजय कुमार, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ. अर्चना द्विवेदी एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक, पीडीडीआरडीए प्रणय कृष्ण, अनु सचिव सतीश कुमार यादव, समीक्षा अधिकारी मयंक यादव सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।