खड़गे की केंद्र को नसीहत: “पाकिस्तान से सीखें, संसद का विशेष सत्र बुलाएं”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को केंद्र सरकार से एक बार फिर अपील की कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए। उन्होंने इस बात को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की कि राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे विषयों पर भी अब तक कोई संसदीय विमर्श नहीं हुआ है।
“पाकिस्तान ने दिखाई संवेदनशीलता, भारत क्यों चुप?”
पत्रकारों से बातचीत में खड़गे ने कहा कि भारत को पाकिस्तान से सीख लेनी चाहिए, जिसने इन घटनाओं पर विचार के लिए अपनी संसद का सत्र बुलाया है। उन्होंने कहा, “जब पड़ोसी देश इस तरह की घटनाओं पर राष्ट्रीय मंच पर चर्चा करता है, तो भारत जैसे लोकतंत्र में चुप्पी क्यों?”
“सशस्त्र बलों के साथ पूरा देश, लेकिन राजनीति से दूर रहें नेता”
खड़गे ने कहा कि पूरा देश एकजुट होकर सेना के साथ खड़ा है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर राजनीतिक बयानबाज़ी से बचना चाहिए। उन्होंने सभी दलों के नेताओं से संयम बरतने की अपील की और कहा कि ऐसे समय में बयान देने से पहले ज़िम्मेदारी का बोध ज़रूरी है।
पीएम मोदी पर निशाना: “राष्ट्रीय सुरक्षा को चुनावी मंच न बनाएं”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया टिप्पणियों पर सवाल उठाते हुए खड़गे ने कहा कि पीएम को आत्मप्रशंसा वाले भाषणों से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री खुद कह चुके हैं कि उन्होंने सेना को पूरी छूट दी है, तो फिर बार-बार बोलने की ज़रूरत क्यों? क्या यह चुनावी रणनीति है?”
उन्होंने चेताया कि जब तक किसी घटना की पूरी जानकारी और रिपोर्ट सामने न आ जाए, तब तक किसी को भी राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
“संसद बुलाएं, हम सब साथ हैं”
कांग्रेस अध्यक्ष ने अंत में दोहराया कि उनकी मांग सिर्फ़ चर्चा की है, न कि टकराव की। उन्होंने कहा, “हम सभी देश के साथ हैं, सेना के साथ हैं। हम संसद में चर्चा चाहते हैं ताकि पूरे देश को भरोसा हो कि लोकतंत्र में जवाबदेही अभी भी जीवित है।”