स्वार्थ सिद्ध करने के लिए भाजपा में शामिल हुए नेता तुरंत पार्टी छोड़ दें : सांसद लॉकेट चटर्जी
- हुगली से भाजपा सांसद व प्रदेश महासचिव लॉकेट चटर्जी कहा है कि ऐसे नेता जो स्वार्थ सिद्ध करने के लिए भाजपा में शामिल हुए थे उन्हें तुरंत पार्टी छोड़ कर चला जाना चाहिए। ऐसे लोग स्वार्थ सिद्ध करने के लिए भाजपा में शामिल हुए थे।
कोलकता। बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कई नेता चुनाव नतीजों के बाद अब घर वापसी की तैयारी में हैं। इसको लेकर लगातार सियासी अटकलें जारी है। इन सबके बीच हुगली से भाजपा सांसद व प्रदेश महासचिव लॉकेट चटर्जी ने कहा है कि ऐसे नेता जो स्वार्थ सिद्ध करने के लिए भाजपा में शामिल हुए थे, उन्हें तुरंत पार्टी छोड़ कर चला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमलोगों को पहले ही इसका आभास हो गया था। ऐसे लोग स्वार्थ सिद्ध करने के लिए भाजपा में शामिल हुए थे।
सिंगुर स्थित नसीबपुर गांव में वज्रपात में मौत की शिकार हुई सुष्मिता कोले के स्वजनों से मिलने उनके घर पहुंचीं लाॅकेट ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। भाजपा सांसद ने इस दौरान सुष्मिता कोले के स्वजनों को हर तरह की मदद का आश्वासन दिया। लॉकेट ने आगे कहा कि ऐसे लोगों के पार्टी छोड़ने से भाजपा का कुछ नही बिगड़ेगा, क्योकि बीते विधानसभा चुनाव में बंगाल के दो करोड़ 80 लाख लोगों ने भाजपा को वोट दिया है। भाजपा के कार्यकर्त्ता एवं नेता एक साथ मिलकर पार्टी को और मजबूत करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाते गए कहा कि चुनाव के बाद से हिंसा से डर कर लगभग एक लाख भाजपा कार्यकर्ता घर छोड़कर भागे हुए है। इसके अलावा लाॅकेट ने आरोप लगाया कि वज्रपात होने की अग्रिम सूचना अगर सरकार द्वारा पहले से दी जाती तो इतनी बड़ी संख्या में लोग नही मरते। मालूम हो कि सात जून को मूसलाधार बारिश के समय वज्रपात से हुगली जिले में 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं, पूरे राज्य में इसकी चपेट में आने से 32 लोगों की मौत हुई है।
भाजपा में आए कई नेता चल रहे हैं असंतुष्ट
बताते चलें कि हाल में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं में से कई असंतुष्ट चल रहे हैं। इनमें पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी, पूर्व विधायक सब्यसाची दत्ता, शुभ्रांशु राय सरीखे कई नेता शामिल हैं। इनमें भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है। इस बात की लगातार अटकलें चल रही है कि वे लोग घर वापसी के लिए लगातार कोशिश में जुटे हैं। इसके अलावा कई नेता पार्टी में वापसी के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सार्वजनिक तौर पर गुहार लगा चुके हैं।