पटना । बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण से मौतों पर राष्‍ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। बिहार में महाजंगलराज  का आरोप लगताते हुए उन्‍होंने कहा है कि सत्‍ता में बैठे जालसाज मौत (Deaths) को भी छुपा रहे हैं। इस संबंध में किए गए अपने ट्वीट में उन्‍होंने पटना हाईकोर्ट में राज्‍य के मुख्‍य सचिव व पटना के प्रमंडलीय आयुक्‍त के विरोधाभाषी बयानों का हवाला दिया है।

अपने ट्वीट में लालू ने कही ये बात

लालू प्रसाद यादव ने अपने ट्वीट में बिहार के महाजंगलराज की कहानी बताने की बात करते हुए लिखा है कि सत्ता में बैठे जालसाज मौत के आंकड़े छिपा रहे हैं। बक्‍सर में हुई मौतों की बाबत जब पटना हाईकोर्ट ने पूछा तो मुख्य सचिव ने छह बताया तो आयुक्‍त ने 789 का आंकड़ा दिया। अब दोनों में सच कौन बोल रहा है? बक्सर जिला में 11 सौ से अधिक गांव हैं। पता कर लीजिए कि प्रत्येक गांव में औसतन कितनी मौतें हुईं हैं।

क्‍या है पूरा मामला, जानिए यहां

विदित हो कि बीते दिनों बिहार के बक्‍सर के पास गंगा नदी में बहती मिली लाशों को बिहार के अधिकारियों ने उत्‍तर प्रदेश का बताया था। इसे लेकर पटना हाईकोर्ट में एक लोकहित याचिका दायर की गई है। इसपर सुनवाई के दौरान सोमवार को बिहार सरकार की ओर से विरोधाभासी जवाब दिए गए। राज्‍य के मुख्य सचिव ने अपने जवाब में कोर्ट को बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान एक से 13 मई के बीच बक्सर में केवल छह मौतें हुईं हैं। दूसरी ओर पटना के प्रमंडलीय आयुक्त ने अपने जवाब में कोर्ट को बताया कि पांच मई से 14 मई के बीच बक्सर केवल एक घाट पर 789 लाशें जलाईं गईं। दोनों अधिकारियों के जवाब में विरोधाभाष को कोर्ट ने पकड़ा तथा 19 मई तक स्थिति स्पष्ट करने का आदेश दिया। अब इस मामले में सरकार बुधवार तक जवाब देगी।