चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का जानें महत्व और पढ़ें ये मंत्र, हर इच्छा होगी पूरी
- आज 3 अप्रैल यानी कि चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2022) का दूसरा दिन है. आज का दिन मां ब्रह्मचारिणी (maa brahmacharini) को समर्पित होता है. चलिए जान लें कि आज मां की पूजा का क्या महत्व है और कौन-से मंत्र (mata brahmacharini mantra) पढ़ने चाहिए.
नई दिल्ली: आज 3 अप्रैल यानी कि चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2022) का दूसरा दिन है. आज का दिन मां ब्रह्मचारिणी (maa brahmacharini) को समर्पित होता है. मां के नाम से ही पता लग रहा है कि ब्रह्म यानि तपस्या का आचरण करने वाली मां. इन्हें तपस्चारिणी के नाम से भी जाना जाता है. आज ब्रह्मचारिणी मां की पूजा की जाएगी. माना जाता है कि किसी भी देवी-देवता की पूजा उनके मंत्र जाप (brahmacharini mantra) के बिना अधूरी मानी जाती है. तो, चलिए जान लें कि आज मां की पूजा का क्या महत्व है और कौन-से मंत्र (mata brahmacharini mantra) पढ़ने चाहिए. इन्हें पढ़ने से भक्तों की सभी इच्छाएं जल्द पूरी होगी.
मां ब्रह्मचारिणी की आराधना का महत्व
माता ब्रह्मचारिणी की उपासना से लोगों में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है. कठिन से कठिन समय में मन विचलित नहीं होता है. देवी अपने भक्तों की मलिनता, दुर्गुणों और दोषों को नष्ट करती हैं. मां की कृपा से सिद्धि और विजय की प्राप्ति (maa brahmacharini puja importance) होती है.
मां ब्रह्मचारिणी के आराधना मंत्र (maa brahmacharini beej mantra)
वन्दे वांछित लाभायचन्द्रार्घकृतशेखराम्।
जपमालाकमण्डलु धराब्रह्मचारिणी शुभाम्॥
गौरवर्णा स्वाधिष्ठानस्थिता द्वितीय दुर्गा त्रिनेत्राम।
धवल परिधाना ब्रह्मरूपा पुष्पालंकार भूषिताम्॥
परम वंदना पल्लवराधरां कांत कपोला पीन।
पयोधराम् कमनीया लावणयं स्मेरमुखी निम्ननाभि नितम्बनीम्॥