जीएसटी की बढ़ी दरों पर भट्टा स्वामियों ने जताया रोष
सहारनपुर [24CN]। जिला ईंट एवं टाईल्स निर्माता समिति की बैठक में सरकार द्वारा भट्टा उद्योग पर जीएसटी दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने तथा कोयले की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि करने पर रोष व्यक्त किया गया तथा जीएसटी की दरों में वृद्धि के विरोध में आगामी एक जनवरी तक भट्टा न चलाने का निर्णय लिया गया।
स्थानीय जीपीओ रोड स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा जीएसटी की दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किए जाने तथा कोयले की कीमतों में वृद्धि के चलते भट्टा उद्योग घाटे का सौदा साबित हो रहा है। वक्ताओं ने कहा कि सभी भट्टा स्वामी दस जुलाई तक अपनी सभी कच्ची ईंट पकाकर भट्टा बंद कर दें तथा आगामी 1 जनवरी से पूर्व किसी भी सूरत में भट्टों का संचालन नहीं किया जाएगा।
वक्ताओं का कहना था कि सरकार द्वारा हाई ड्राफ्ट भट्टे बनवाकर भट्टा स्वामियों पर अतिरिक्त आर्थिक भार डाला जा रहा है तथा खनन की रायल्टी भी बढ़ाकर सवा लाख से ढाई लाख रूपए कर दी गई है। उन्होंने कहा कि 12 प्रतिशत जीएसटी व डीजल के दामों ने भट्टा स्वामियों की कमर तोड़ दी है जिस कारण भट्टा स्वामी भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं तथा साथ ही ईंट महंगी होने के कारण आम आदमी का मकान बनाना मुश्किल हो जाएगा जिस कारण भट्टा स्वामी हड़ताल करने को विवश हैं।
बैठक में महामंत्री दीपक गर्ग ने बताया कि कम्पोजिशन स्कीम से बाहर आने के लिए फार्म सीएमपी ऑनलाइन अपने सीए से सात अप्रैल तक अवश्य भरवा लें ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। बैठक की अध्यक्षता चौ. बख्तावर सिंह व संचालन दीपक गर्ग ने किया। बैठक में रामवीर राठी, प्रेम गोयल, ओमवीर चौधरी, सेठपाल चौधरी, अनिल शर्मा, श्रवण शर्मा, अजय सैनी, चौ. भूपेंद्र सिंह, विपिन गोयल, राकेश जैन, रवि भाटिया, नोमान, अशोक बंसल, आशीष गोयल, रहमान अली, अजेंद्र पाल सिंह, हाजी जमील, संजय ऐरन समेत सैंकड़ों भट्टा स्वामी मौजूद रहे।