केजरीवाल ने पेश किया पांच साल के काम का रिपोर्ट कार्ड, बांटे 65000 झुग्गी परिवारों को सर्टिफिकेट

केजरीवाल ने पेश किया पांच साल के काम का रिपोर्ट कार्ड, बांटे 65000 झुग्गी परिवारों को सर्टिफिकेट

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार(24 दिसंबर) को अपनी सरकार के पांच साल के काम का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। साथ ही 65000 झुग्गी परिवारों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किया। इस दौरान केजरीवाल सरकार ने अपनी उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, आज से पांच साल पहले दिल्ली की जनता ने नई राजनीति की शुरुआत की। दिल्ली की जनता ने 70 में से 67 सीट देकर हमें एतिहासिक जीत दिलाई। जो एतिहासिक बहुमत लोगों ने हमें दिया वैसा ही काम पांच सालों में दिल्ली में हुआ।

आज 65,000 झुग्गी परिवारों को सर्टिफिकेट दिया गया। बाक़ी सर्वे चल रहा है। झुग्गी के पड़ोस में पक्का मकान बनाकर दिया जाएगा और तब तक उनकी झुग्गी को तोड़ा नहीं जाएगा। दिल्ली के हर नागरिक के लिए इज्जत की जिंदगी मिल सके इसलिए हम हर प्रयास कर रहे हैं। pic.twitter.com/w9UeZmTAOM

— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 24, 2019
केजरीवाल ने कहा कि, दिल्ली सरकार के पिछले पांच साल के काम का रिपोर्ट कार्ड बनाते हुए हमें काफी मुश्किल हुई क्योंकि इतने काम थे कि समझ नहीं आ रहा था क्या लिखें और क्या छोड़ें। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सबसे प्रमुख काम शिक्षा के क्षेत्र में हुआ है।

पहला- शिक्षा के क्षेत्र की उपलब्धियां :
शिक्षा का बजट तीन गुना कर दिया।
20 हजार से ज्यादा नए क्लासरूम बनाए। पांच सालों में देश की सभी राज्य सरकारों और केंद्र ने मिलकर भी इतने क्लास नहीं बनाए होंगे।
पिछले तीन सालों से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में रिजल्ट भी अच्छे आ रहे हैं। प्राइवेट स्कूलों के नतीजे जहां 93 प्रतिशत रहे, वहीं सरकारी स्कूलों के नतीजे 96 प्रतिशत रहे।
दिल्ली में पांच साल में अधिकतर स्कूलों को हमने फीस नहीं बढ़ने दी।

दूसरा- स्वास्थ्य के क्षेत्र में :
दिल्ली के हर व्यक्ति के लिए अच्छे और फ्री इलाज का इंतजाम किया, दिल्ली के सारे सरकारी अस्पतालों में इलाज फ्री कर दिया।
स्वास्थ्य का बजट 3500 करोड़ से बढ़ाकर 7500 करोड़ कर दिया।
400 से ज्यादा मोहल्ला क्लिनिक खोला।
दिल्ली के सभी अस्पतालों का कायाकल्प किया, अब दवा फ्री में मिलती है, सभी टेस्ट व सर्जरी फ्री कर दिए।
दिल्ली के दो करोड़ लोगों के साथ मिलकर डेंगू के खिलाफ लड़ाई लड़ी और यह सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

तीसरा- बिजली के क्षेत्र में :
दिल्ली में 24 घंटे बिजली आती है।
दो साल में हमने खूब तारें बदलीं।
32 लाख लोगों का बिल शून्य आ रहा है।
दिल्ली दुनिया का इकलौता शहर जहां 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त।

चौथा- पानी के क्षेत्र में :

हमारी सरकार बनी तो पानी का हाल बुरा था।
पांच साल पहले सिर्फ 58 प्रतिशत क्षेत्र में नल से पानी आता था, बाकी जगह टैंकर से।
पांच साल में हमने इतनी पाइपलाइन लगवाई जितनी 70 सालों में नहीं डली।
दुनिया का अकेला शहर जहां 20,000 लीटर फ्री पानी आता है।
अब 93 प्रतिशत दिल्ली में टोटी से पानी आता है।

पांचवां- यातायात के क्षेत्र में :
यातायात के क्षेत्र में 4300 बसें आने का सिलसिला जारी है।
मेट्रो का रूट अब 290 किलोमीटर हो गया है।
ड्राइविंग लाइसेंस अब ऑनलाइन बनने लगा है और उसकी डोर स्टेप डिलीवरी हो रही है। केजरीवाल ने डोर स्टेप डिलीवरी को दुनिया को अपनी तरह की पहली स्कीम बताई।
100 तरह के सरकारी काम घर बैठे हो रहे हैं।
बुजुर्गों के लिए तीर्थ यात्रा मुफ्त हो गई है। अब तक 35 हजार बुजुर्गों को करवाई तीर्थयात्रा।

छठवां- महिला सुरक्षा के क्षेत्र में :
देश का अकेला शहर जहां महिलाओं की बसों में यात्रा फ्री
वहीं महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1,40,000 कैमरे लगाए जा चुके हैं, इतने ही और लगेंगे।
2 लाख नई स्ट्रीट लाइट लगने जा रही हैं।

मुनाफे में है दिल्ली सरकार

  • इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली का बजट 30 हजार करोड़ से बढ़कर 60 हजार करोड़ हो गया है। लोगों को टैक्स देने में खुशी होती है।
  • फरिश्ते अभियान के तहत लोग घायलों को अस्पताल पहुंचाने लगे हैं और एक साल में 3000 से ज्यादा लोगों की इस योजना के तहत जान बचाई जा चुकी है।
  • वाई-फाई के हॉट स्पॉट लगने चालू हो गए हैं, 6 महीने में 11 हजार हॉट-स्पॉट लग जाएंगे। देश के नीति आयोग ने हमें नंबर वन सरकार बताया है।
केजरीवाल ने बताया कि केंद्र सरकार के सीएजी ने दिल्ली सरकार का पांच साल का ऑडिट कराया, उनको लगा हमारा घोटाला निकलेगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। सीएजी ने बताया है कि दिल्ली देश की अकेली सरकार है जो मुनाफे में चल रही है। सबसे ज्यादा न्यूनतम मजदूरी दिल्ली में दी जा रही है।

कच्ची कॉलोनियों पर बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि इनकी बात करना आसान है और ये बातें रामलीला मैदान से भी होती हैं। हमारी सराकर बनने से पहले हर चुनाव में वादा होता था, लेकिन बाद में कहते थे कच्ची कॉलोनी में काम नहीं हो सकता। हमने यहां के लिए काम किया।

  • आठ हजार करोड़ रुपये हमने कच्ची कॉलोनियों में लगाए।
  • 1797 कॉलोनियां हैं, 1281 में सड़कें और नाली बनवा दी।
  • 1554 में पानी की पाइपलाइन बिछवा दी।

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