केजरीवाल सरकार का दावा, चार माह बाद दिल्ली में एक भी डार्क स्पॉट नहीँ आएगा नजर

केजरीवाल सरकार का दावा, चार माह बाद दिल्ली में एक भी डार्क स्पॉट नहीँ आएगा नजर

महिलाओं की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक और बड़ा फैसला किया है। सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान सीएम ने बताया कि दिल्ली में बड़े पैमाने पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के बाद जल्द ही 2.10 लाख स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी। इससे महिलाओं की सुरक्षा पूरी तरह से सुनिश्चित होगी।

मुख्यमंत्री स्ट्रीट लाइट योजना के तहत सोमवार से लाइटें लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। चार महीने के अंदर दिल्ली में एक भी डार्क स्पॉट नजर नहीं आएगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर और स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी।

स्ट्रीट लाइटें लगाने की जिम्मेदारी तीनों डिस्कॉम (बिजली कंपनियों) को सौंपी गई है। सभी खंभों में 20 से 40 वाट की एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। इन लाइटों की तीन से पांच साल तक रखरखाव की जिम्मेदारी सप्लायर कंपनी की होगी। वहीं इस योजना पर सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। रखरखाव पर प्रति वर्ष दस करोड़ रुपये खर्च होंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्ट्रीट लाइटों की इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार दो माह से मशक्कत कर रही थी। लेकिन दिल्ली में बड़े पैमाने पर डॉर्क स्पॉट्स चिह्नित किए गए हैं।

सेफ्टी पीन एनजीओ ने इस काम को करने के लिए कड़ी मेहनत किया है। उन्होंने 2016 से दिल्ली की सड़कों का ऑडिट करना शुरू किया था, इस दौरान उन्हें 7438 डॉर्क स्पॉट्स मिले थे। सरकार ने 2019 जनवरी से मई 2019 तक फिर से इसका ऑडिट करवाया तो डॉर्क स्पॉट्स से घटकर 2738 रह गए हैं।

लोदी कॉलोनी जाकर सीएम ने ली लोगों की राय
शाम को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोदी कॉलोनी के ब्लॉक-23 में जाकर लोगों से स्ट्रीट लाइटों पर राय जानी। उन्होंनेे यहां के स्थानीय लोगों से आस पास की सड़कों पर लगी स्ट्रीट लाइटों की स्थिति के बारे में पूंछा। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि वह महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने को तैयार हैं।


विडियों समाचार