2021 तक बनेगा काशीपुर-हरिद्वार फोरलेन हाईवे, मुआवजा विवाद को लेकर चली लंबी लड़ाई
राष्ट्रीय परियोजना कार्यान्वयन इकाई ने काशीपुर से हरिद्वार फोरलेन मार्ग निर्माण कार्य दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। कुंभ से पहले निर्माण इकाई फोरलेन हाईवे से जुड़े प्रमुख बाईपास और एग्जिस्टिंग मार्ग निर्माण कराने में जुटा है।
काशीपुर से हरिद्वार तक 173 किलोमीटर फोरलेन हाईवे निर्माण कार्य एनएचआई द्वारा कराया जा रहा है। दो हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे फोरलेन हाईवे का निर्माण दो फेस में हो रहा है। प्रथम फेस में काशीपुर से नगीना तक लगभग 98 किलोमीटर और दूसरे फेस में नगीना से हरिद्वार तक लगभग 75 किलोमीटर निर्माण होना है।
पीआईयू हाईवे निर्माण कार्य के परियोजना निदेशक बीपी पाठक ने बताया कि काशीपुर से नगीना तक हाईवे निर्माण के बाईपास आदि का निर्माण लगभग अंतिम चरणों में है। काशीपुर से हरिद्वार तक फोरलेन हाईवे निर्माण कार्य दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
कुंभ 2021 से पूर्व फोरलेन हाईवेे निर्माण इकाई ने ज्यादा से ज्यादा बाईपास निर्माण कार्य और एग्जिस्टिंग रोड बनाने का लक्ष्य रखा है। नगीना से नजीबाबाद तक आठ किलोमीटर तक बाईपास व वन साइड हाईवे निर्माण प्रगति पर है। कोतवाली व दौलताबाद बाईपास मार्ग पर भी तेजी से कार्य जारी है। कहा मंडावली क्षेत्र में एक भट्टा क्षेत्र में निर्माण कार्य के लिए प्रशासन ने अतिक्रमण हटाया है।
मुआवजा विवाद को लेकर चली लंबी लड़ाई
फोरलेन हाईवेे निर्माण कार्य में सबसे कम कार्य जलालाबाद क्षेत्र में हुआ है। जलालाबाद क्षेत्र के करीब तीन दर्जन से अधिक किसानों ने मुआवजे को लेकर लंबी लड़ाई लड़ी। कुछ किसानों को जोत और आबादी की भूमि का सही मुआवजा न मिलने पर न्यायालय और जिला प्रशासन के समक्ष आवाज उठाई है। हालांकि अब निर्माण कार्य में किसान बाधक नहीं हैं।