भाजपा सरकार द्वारा दलितों पर दर्ज मुकदमें किए समाप्त: कर्णवाल

भाजपा सरकार द्वारा दलितों पर दर्ज मुकदमें किए समाप्त: कर्णवाल
  • सहारनपुर में पत्रकारों से वार्ता करते झबरेड़ा के भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल।

सहारनपुर [24CN] । उत्तराखंड विधानसभा की सूचना एवं प्रौद्योगिकी समिति के सभापति व झबरेड़ा विधानसभा के भाजपा विधायक देशराज कर्णवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने बसपा सरकार में आरक्षण के आधार पर पदोन्नति नहीं करने के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर आंदोलित दलितों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए गए हैं जो वर्ष 2011 में दर्ज कराए गए थे। विधायक देशराज कर्णवाल आज यहां जीपीओ रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों के साथ वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सहारनपुर के जिलाधिकारी को भेजे पत्रों की प्रति देते हुए बताया कि जो स्वयं को दलितों का सबसे बड़ा हितैषी होने का दावा करती है। बहन मायावती ने हमेशा अपने हितों को साधने का काम किया है। जबकि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो समाज में समरसता व समानता के साथ न्याय व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए संकल्पित है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2011 में तत्कालीन बसपा सरकार में पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के आदेश के विरूद्ध रेल रोको आंदोलन करने वाले दलितों पर गम्भीर धाराओं में मुकदमें दर्ज कराए गए थे जिसे लेकर सहारनपुर सहित पूरे देश के दलित समाज में बहन मायावती के प्रति गहरा रोष व असंतोष रहा है जो आज भी है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन उप सचिव अरूण कुमार राय ने सहारनपुर के जिलाधिकारी को भेजे पत्र में जानकारी दी है कि वाद के तथ्यों व उपलब्धियों पर विचार करने के बाद उन वादों को वापस लिए जाने की लिखित अनुमति दिए जाने का निर्णय लिया है। एक सवाल के जवाब में विधायक देशराज ने कहा कि सपा सरकार में अखिलेश यादव ने अधिकारियों को रिवर्ट करने का काम किया था जो उनकी सोच और कार्य संस्कृति का परिचायक रहा है। उन्होंने दर्ज मुकदमों में नामों का उल्लेख करते हुए 500 अज्ञात के विरूद्ध मुकदमें वापस लेने वाली उत्तर प्रदेश सरकार के इस निर्णय को एक ऐतिहासिक कदम बताया। वार्ता के दौरान पूर्व विधायक राजीव गुम्बर, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी विपिन चौधरी भी मौजूद रहे