मैनपुरी: करहल विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार अनुजेश यादव ने शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल किया। अनुजेश यादव मुलायम सिंह यादव के दामाद और सपा सांसद धर्मेंद्र यादव के सगे बहनोई हैं, हालांकि धर्मेंद्र यादव ने इस रिश्ते से इनकार किया है। इस चुनाव में फूफा और भतीजे के आमने-सामने होने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग परिवारवाद के खिलाफ थे, वे अब रिश्तेदारवाद का सहारा कैसे ले रहे हैं।
बीजेपी पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने कहा कि जब बीजेपी को हार का डर लगता है, तो वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं जिनसे सपा का ध्यान भटकाया जा सके। उन्होंने विश्वास जताया कि करहल की जनता इस उपचुनाव में ही नहीं, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को करारी हार का स्वाद चखाएगी। सपा प्रमुख ने कहा कि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार तेज प्रताप यादव इस सीट से ऐतिहासिक मतों से जीतने जा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस की रणनीति बीजेपी को परास्त करेगी। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन मजबूती से आगे बढ़ रहा है और 2027 में बीजेपी को हराने का लक्ष्य पूरा करेगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी बीजेपी को विपक्षी गठबंधन का सामना करना पड़ेगा।
सीएम योगी पर भी साधा निशाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘काटोगे तो बाटोगे’ के नारे पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि यह नारे बीजेपी की विशेष लैब में तैयार किए जाते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि ऐसी लैब कहां है जहां ये नारे गढ़े जाते हैं और किस पर ये सबसे अच्छा प्रभाव डालेंगे, इसका रिसर्च कर मुख्यमंत्री से कहलवाया जाता है।
बहराइच की घटना को लेकर भी अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि अब उन्हें अपने ही कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के चेहरे पर विनाश की झलक दिखाई देती है और उनके हाथों की रेखाएं भी यही संकेत देती हैं। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि वे विकास नहीं, बल्कि विनाश के एजेंडे पर काम कर रहे हैं।