दुर्घटना ग्रस्त वाहन के पास जाने से पहले चार बातों का ध्यान रखें: कपिल देव सिंह

- सहारनपुर में राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम का दृश्य।
सहारनपुर [24CN] । सम्भगाीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) श्री कपिल देव सिंह ने दुर्घटना के समय जीवन बचाने के लिए प्रशिक्षण में बताया गया कि दुर्घटना हो जाने पर दुर्घटना ग्रस्त वाहन के पास जाने के पहले अपनी सुरक्षा के लिए चार बातों का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहली यह की दुर्घटना ग्रस्त वाहन के आसपास कोई बिजली का तार न गया हो या टच न कर रहा हो, कोई ज्वलनशील पदार्थ पैट्रोलध्डीजल या अन्य कोई पदार्थ बिखरा न हो, दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को हाथ लगाने के पहले हाथ में गल्वस पहनना अनिवार्य है, यदि गल्वस न हो तो हाथ में प्लास्टिक की थैली का प्रयोग किया जा सकता है। कपिल देव आज यहा राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत सेव लाईफ फाउन्डेशन द्वारा दुर्घटनाओं में बरती जाने वाली सावधानियॉ, चिकित्सीय उपचार, गुड सेमेरेटियन के बारे में ऑन लाईन प्रशिक्षण के दौरान यह जानकारी दी।
उन्होंने परिवहन कार्यालय में आन लाईन प्रशिक्षिण कार्यक्रम में कार्यालय के कर्मियों प्रवर्तन कर्मचारी, लाईसेंस प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी तथा ट्रकध्बसध्ऑटों यूनियन के पदाधिकारी व चालक-परिचालक को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुघर्टना के समय अन्य प्रदूषित कारणों से बचाव हेतु मास्क का भी प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए। दुर्घटना के समय और स्थान का उल्लेख करते हुये पुलिस को सूचना के लिए 112 नम्बर पर तथा मैडिकल की सूचना हेतु 108 नम्बर के टोल फ्री नम्बर पर सूचित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार से हम एक अच्छे नागरिक के दायित्वों का निर्वाहन करते हुये किसी की जान की सुरक्षा कर सकते है। इसके अलावा हार्ट की समस्या उत्पन्न होने पर सीने को 120 बार पम्प करने, गर्दन में पेपर का सी-कैप लगाये जाने, दुर्घटना में घायल बच्चों की सजीवता के लिए उनके पैर में अंँगुली मारने, दुर्घटना ग्रस्ति व्यक्ति की सॉस चलने या जीवीत होने के लिये गले से सांस को चेक करने तथा कटे अंग को 6 से 7 घण्टे के अन्तर्गत यदि चिकित्साल्य पहुॅचा दिया जाता है, तो उसके जुडऩे की सम्भावना का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) राधेश्याम, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) अजीत कुमार श्रीवास्तव, यात्रीध्मालकर अधिकारी खेमानन्द पाण्डेय, सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) कुलदीप सिंह व सम्भागीय निरीक्षक (प्राविधिक) अमित सैनी, प्रवर्तन सिपाही व कार्यालय कर्मचारी, वाहन चालक और परिचालक शामिल रहे।