Kanpur Encounter Vikas Dubey Arrested: विकास दुबे की गिरफ्तारी पर बोली मां, उसे महाकालेश्वर ने बचाया

 

  • कानपुर एनकाउंटर का आरोपी और कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे अरेस्ट
  • विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन महाकालेश्वर से अरेस्ट किया गया
  • विकास दुबे की मां ने कहा कि उनके बेटे को उज्जैन महाकालेश्वर ने ही बचा लिया

नई दिल्ली
कानपुर में 8 पुलिसवालों की जान लेने का आरोपी विकास दुबे आखिर गिरफ्तार हो गया। विकास दुबे की मां सरला देवी जो पहले कह रही थीं कि उनके बेटे का एनकाउंटर होना चाहिए, अब उन्होंने कहा कि बेटे को महाकाल ने बचा लिया। बता दें कि विकास दुबे को आज सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर से पकड़ा गया है।

एक निजी चैनल से बात करते हुए विकास दुबे की मां सरला देवी ने कहा कि उनका बेटा हर साल सावन में महाकाल दर्शन को जाता है। वहां उसकी ससुराल बताई गई है। सरला देवी बोलीं कि उन्हीं (महाकाल) ने बेटे (विकास दुबे) को बचाया है। सरला देवी ने आगे कहा कि अब सरकार को जो ठीक लगेगा वह करेगी, उनके कहने से कुछ नहीं होगा।

पुलिस अधिकारी के थप्पड़ के बाद शांत हो गया विकास दुबे, देखें वीडियोयूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन से गिरफ्तार हो गया है। गिरफ्तारी के बाद भी उसका अकड़ कम नहीं हुआ है। वह उज्जैन पहुंच कर शान से फोटोग्राफी करवा रहा था। उज्जैन पुलिस ने जब उसे गाड़ी में बैठा रही थी, तब उसने फिर से ताव दिखाया। उसने पुलिस को धमकी भरे लहजे में कहा कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला। उस वीडियो में साफ दिख रहा है कि विकास की अकड़ कम नहीं हुई है। वह उज्जैन पुलिस के सामने भी धौंस जमा रहा है। गर्दन पकड़ जब उज्जैन पुलिस उसे गाड़ी के अंदर ले जा रही थी, तब वह कहता है कि मैं विकास दुबे हूं, कानपुर वाला। तभी पीछे मौजूद एक पुलिस अधिकारी उसे जोरदार थप्पड़ मारता है और कहता है कि चुप रह, आवाज मत निकाल। उसके बाद वह गाड़ी के अंदर पहुंचा।

पहले कहा था एनकाउंटर होना चाहिए
विकास दुबे की माता सरला देवी ने कानपुर हत्याकांड के बाद कहा था कि मेरे बेटे का एनकाउंटर किया जाना चाहिए। हम चाहते हैं कि उसको मार दिया जाए। बहुत गलत हुआ है। सबके (पुलिस) परिवार रो रहे थे। हम बहुत बहुत परेशान हो गए हैं।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पुलिस ने मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया है। उधर, दुबे के दो साथियों को भी गुरुवार को ही पुलिस ने अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया। विकास दुबे पर पांच लाख रूपये का इनाम था।

इससे पहले पुलिस ने बताया कि दुबे के दो सहयोगियों को दो अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया गया। दुबे का साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात कानपुर में तब मारा गया जब उसने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की जबकि दूसरा साथी बाबा दुबे इटावा में मुठभेड़ में मारा गया। कार्तिकेय को बुधवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। उसकी पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश करते समय गोली लगने से मौत हो गई।