कांदिवली फर्जी वैक्सीनेशन मामले की जांच करेगी SIT, आरोपियों के खाते सील

कांदिवली फर्जी वैक्सीनेशन मामले की जांच करेगी SIT, आरोपियों के खाते सील
  • वैक्सीनेशन के नाम पर धोखाधड़ी के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. इस टीम को डीसीपी विशाल ठाकुर हेड करेंगे. 

मुंबई: मुंबई के कांदिवली में पिछले महीने एक आवासीय परिसर में फर्जी टीकाकरण की घटना के संबंध में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जांच में शिवम अस्पताल से वैक्सीन की डोज सप्लाय होने की बात सामने आई है. जिसमें अस्पताल के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अब तक 7 जगहों पर एफआईआर दर्ज की गई हैं. वैक्सीनेशन के सभी 9 कैम्प के आयोजन में एक ही रैकेट के शामिल होने की भी बात सामने आई है. इस मामले में अब तक 12 लाख 40 हजार रुपये सीज करने के साथ ही मुख्य आरोपियों के खाते भी सील कर दिए गए हैं. वैक्सीनेशन के नाम पर धोखाधड़ी के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. इस टीम को डीसीपी विशाल ठाकुर हेड करेंगे.

मुम्बई में हुए फर्जी वैक्सीनेशन कैंप घोटाला मामले में मुम्बई पुलिस ने राजेश पांडे, संजय गुप्ता और अन्य 4 लोगों पर कोकिलाबेन हॉस्पिटल का नाम इस्तेमाल कर कोरोना वैक्सीनेशन कैंप आयोजित करने की झूठी जानकारी देकर लोगों के साथ ठगी करने का आरोप मामला दर्ज किया है. टिप्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड के स्टाफ और उनके परिवारजनों के कुल 260 लोगों के साथ कोविड वैक्सीन देने के नाम पर ठगी करने का आरोप भी है. खार पुलिस के मुताबिक, इस एफआईआर में साफ लिखा है कि आरोपियों ने कोरोना वैक्सीन के नाम पर कुछ मिलावटी द्रव्य इन लोगों को लगा दिया. लोगों की जान के साथ खिलवाड़ किया गया और इसके बदले 2 लाख 84 हज़ार 696 रुपये लिए गए.

इस एफआईआर से एक बात साफ होती है कि आरोपियों ने कोविशील्ड की जगह कुछ और ही द्रव्य लोगों को लगा दिया. खार पुलिस की इस एफआईआर के पहले कांदीवली की हीरानंदानी सोसाइटी और वर्सोवा की एक प्रोडक्शन कंपनी ने अलग-अलग एफआईआर दर्ज करवाई है. फर्जी वैक्सीन कैम्प मामले में कांदीवली पुलिस ने अब तक कुल 5 आरोपियो को अरेस्ट किया है, जबकि 2 अब भी फरार हैं. कांदिवली हाउसिंग सोसायटी में फर्जी वैक्सीनेशन कैम्प लगाने के फरार आरोपी राजेश पांडे ने सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दी है. कांदिवली पुलिस ने जमानत का विरोध किया है.