शिव की शरणागति में जीव का कल्याण: कालेंद्रानंद

- सहारनपुर में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में पार्थिव शिवलिंग की पूजा-अर्चना करते श्रद्धालु।
सहारनपुर [24CN]। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज ने कहा कि सम्पूर्ण सृष्टि पार्थिव शिव पिंड रूप ही है। स्वामी कालेंद्रानंद महाराज आज यहां राधा विहार स्थित औघड़दानी नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में एक हजार पार्थिव शिव लिंग पूजा कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने पार्थिव शिवलिंग की महिमा का बखान करते हुए कहा कि सर्वप्रथम पार्थिव शिवलिंग पूजा शिव प्राप्ति हेतु मां पार्वती ने की और परिणामस्वरूप शिव को प्राप्त कर शिव की अद्र्धाग्नि कहलाई। उन्होंने कहा कि शास्त्रों की मान्यता है कि जैसे-जैसे अभिषेक करते समय शिवलिंग जल में समाहित होता है, जीव के सात जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पार्थिव शिवलिंग पूजा आत्म तत्व जागृति का महाविधान है। जिस आधार पर विष्णु ने पार्थिव शिवलिंग पूजा कर आशीर्वाद में सुदर्शन चक्र प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि शिव की शरणागति में ही जीव का कल्याण है। इस अवसर पर अरूण स्वामी, मेहर चंद जैन, नरेश चंदेल, प्रेमसिंह, दिनेश ठाकुर, राजीव शर्मा, विभा, उमा, संगीता, सुचेता, सोनिया, बाला, दीपा, सुषमा, संतोष आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।