‘बस दुआ करें! वादा करता हूं, इस वक्फ कानून को 60 मिनट में ठीक कर देंगे’, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का बड़ा बयान

‘बस दुआ करें! वादा करता हूं, इस वक्फ कानून को 60 मिनट में ठीक कर देंगे’, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का बड़ा बयान

वक्फ (संशोधन) कानून के विरोध में मुस्लिम संगठन देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं अब इस पर सियासी बयानबाजी भी तेज हो गई है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने रविवार को वक्फ (संशोधन) कानून की कड़ी आलोचना करते हुए इसे असंवैधानिक बताया है। कांग्रेस सांसद मसूद ने वादा किया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आने के एक घंटे के अंदर इस कानून को रद्द कर दिया जाएगा।

बस दुआ करें, सत्ता में वापस लौटें- कांग्रेस सांसद

हैदराबाद में ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल तेलंगाना और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक सभा में सहारनपुर से सांसद मसूद ने कहा, ‘बस दुआ करें कि हम सत्ता में वापस लौटें। मैं आपसे वादा करता हूं, हम इस कानून को 60 मिनट में ठीक कर देंगे।’

कहां अदा करेंगे नमाज- कांग्रेस सांसद

उन्होंने धार्मिक प्रथाओं के संरक्षण में वक्फ संपत्तियों के महत्व पर जोर दिया और वहां मौजूद लोगों से से सवाल किया कि बिना मस्जिद के आप नमाज कहां अदा करेंगे? बिना कब्रिस्तान के आप अपने मृतकों को कहां दफनाएंगे?

तूफान से बचना है तो बड़े जहाज में चढ़ो

छोटे राजनीतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, “तूफानी समुद्र में सिर्फ एक बड़ा जहाज ही तैर सकता है। छोटी नावें नहीं तैर सकती हैं। अगर तूफान से बचना है तो जहाज पर चढ़ो। वो जहाज कांग्रेस है।’

कांग्रेस ने जीती थी 400 से ज्यादा सीटें

कांग्रेस सांसद मसूद ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य अभी भी आकांक्षापूर्ण है, लेकिन कांग्रेस ने अतीत में 400 से ज्यादा सीटें जीतने के बाद भी कभी किसी समुदाय के अधिकारों का हनन नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘हमने कभी किसी नागरिक को यह महसूस नहीं होने दिया कि यह देश उनका नहीं है।’

यह एक संवैधानिक लड़ाई

हाल ही में मुर्शिदाबाद में वक्फ मुद्दे पर हुई हिंसा पर सांसद ने किसी भी तरह की अशांति की निंदा की है। उन्होंने युवाओं से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, ‘यह एक संवैधानिक लड़ाई है। अगर आप कानून से बाहर काम करते हैं, तो पूरा उद्देश्य विफल हो जाता है।’

गैर मुस्लिम भी इस कानून के विरोध में

मसूद ने कहा कि संसद में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ 232 सांसदों ने वोट दिया, जिनमें कई गैर-मुस्लिम भी शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘केवल 24 मुस्लिम सांसद हैं, फिर भी 232 संविधान के पक्ष में खड़े हुए।’ उन्होंने इसे सांप्रदायिक विवाद फैलाने वालों के मुंह पर तमाचा बताया।


विडियों समाचार