न्यायिक अधिकारियों ने किया देवबन्द जेल का निरीक्षण

न्यायिक अधिकारियों ने किया देवबन्द जेल का निरीक्षण
  • सहारनपुर में देवबंद उपकारागार में आयोजित शिविर में जानकारी देते न्यायिक अधिकारी।

सहारनपुर [24CN]। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष/जिला जज अश्विनी कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/सिविल जज (सीडी.) हृषीकेश पाण्डेय द्वारा उपकारागार देवबन्द का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

इस दौरान शिविर आयोजित कर कैदियों को उचित परामर्श दिया गया। निरीक्षण के दौरान उप जेलर/प्रभारी जेला सुरेश बहादुर सिहॅ ने बताया कि वर्तमान मे कारागार में कुल 191 बन्दी हैं जिनमें 6 महिला बन्दी एवं 185 पुरूष बन्दी हैं। कुल बन्दियों में से 40 सजायाफता बन्दी है और 151 ऐसे बन्दी है जिनमें मुकदमें न्यायालयों में विचाराधीन है। मेरे द्वारा कारागार में निरूद्व विचाराधीन एवं सजायाफता बन्दियों से अलग-अलग वार्ता की और उनकी समस्याओं को सुना। कुछ बन्दियों द्वारा बताया गया कि उनके पास अपने मुकदमें की पैरवी हेतु अधिवक्ता नहीं है। अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि वह ऐसे बन्दियों के प्रार्थनापत्र प्राप्त कर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय मे भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।

कुछ बन्दियों द्वारा बताया गया कि उनकी जमानत तो हो गयी है परन्तु उनके पास जमानती नहीं है जिस कारण वह कारागार से बाहर नहीं आ पा रहे है। अधीक्षक को निर्देशित किया कि वह ऐसे बन्दियों के प्रार्थनापत्र भी प्राप्त करें और इस कार्यालय को भिजवाया जाना सुनिश्चित करें जिससे नियमानुसार उनके प्रार्थनापत्र में आवश्यक कार्यवाही किये जाने हेतु सम्बन्धित न्यायालय को पत्र प्रेषित किया जा सके। इस दौरान कारागार में स्थापित हास्पिटल का भी निरीक्षण किया गया।

अधीक्षक से मालूम किया गया कि कारागार मे समय समय पर मेडिकल चौकअप कैम्प लगाया जाता है या नहीं तो अधीक्षक ने बताया कि मेडिकल चैकअप कैम्प नहीं लगाया जाता है। मैंने उनसे यह भी मालूम किया कि प्रत्येक दिन चिकित्सक एवं कम्पाउण्डर बन्दियों के चौकअप हेतु आते हैं या नहीं। अधीक्षक द्वारा बताया गया कि प्रत्येक दिन कम्पाउण्डर तो आता है लेकिन चिकित्सक नही आता।

अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि वह इस सम्बन्ध में एक पत्र जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में भिजवाया जाना सुनिश्चित करे जिससे उक्त व्यवस्था मुख्य चिकित्साधिकारी के माध्यम से करायी जा सकें। मेरे द्वारा कारागार में साफ सफाई, भोजन, खान पान, तथा भंडार गृह की जानकारी भी ली गई जो सही पायी गयी। मेरे द्वारा अधीक्षक को कारागार में स्पोट्र्स एवं योगा कराये जाने हेतु भी निर्देशित किया गया। इस अवसर पर जेल विजिटर अशोक कुमार, मुख्य कार्यकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजकुमार गुप्ता, जेल प्रशासन के अन्य अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।