Jharkhand: पंजाब-राजस्थान के बाद अब झारखंड कांग्रेस में ‘संकट’, 4 MLA पहुंचे दिल्ली

Jharkhand: पंजाब-राजस्थान के बाद अब झारखंड कांग्रेस में ‘संकट’, 4 MLA पहुंचे दिल्ली
  • पंजाब और राजस्‍थान के बाद झारखंड कांग्रेस में भी संकट दिखाई दे रहा है. कांग्रेस के चार विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप और ममता देवी दिल्‍ली कूच कर चुके हैं

श्रीनगर: कांग्रेस में संकट का दौर अभी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस शासित राज्यों में राजनीतिक संकट गहरा रहा है. राजस्थान और पंजाब के बाद अब झारखंड कांग्रेस में संकट की खबरें सामने आ रही हैं. कांग्रेस के चार विधायक दिल्ली रवाना हो गए हैं. यहां वह केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे. इससे पहले राजस्‍थान में सीएम अशोक गहलोत और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट के बीच खींचतान देने को मिली रही है, तो वहीं पंजाब में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच घमासान जारी है.

झारखंड कांग्रेस के चार विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप और ममता देवी दिल्ली की ओर कूच कर गए हैं. जानकारी के मुताबिक, यह राज्‍य के नेतृत्‍व से सभी विधायक नाराज चल रहे हैं. यही नहीं, ये सभी विधायक बुधवार यानी आज दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे. इन विधायकों ने कार्यकर्ताओं को सम्मान देने की बात उठाई है. ताकि उन्‍हें निगम और आयोग में जगह मिल सके.

कुछ दिने पहले भी इन विधायकों ने कहा था कि झारखंड के कांग्रेस कार्यकर्ता खुश नहीं हैं और उनको तरजीह नहीं मिली को पार्टी का नुकसान हो सकता है. कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने ट्वीट कर दिल्‍ली जाने की बात की जानकारी दी. उन्‍होंने लिखा,’ संगठन को मजबूत करना हमारा लक्ष्य है. झारखंड कांग्रेस को धार देने के लिए मेरे नेतृत्व में चार विधायक उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप और ममता देवी पहले झारखंड के इंचार्ज आरपीएन सिंह से मिले थे और बुधवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात करेंगे.

उधर पंजाब में सत्तारूढ़ कांग्रेस के अंदर गुटबाजी और सियासी खींचतान गले की फांस बन गई है. पार्टी के बड़े नेता अलग अलग मोर्चा खोले बैठे हैं तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तीखा वाद विवाद भी जारी है. पंजाब कांग्रेस की रार दिल्ली तक पहुंची चुकी है. आलाकमान ने एक तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को टीम संभालने की नसीहत दी है तो दूसरी तरफ पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नवजोत सिंह सिद्धू से नाराज बताए जा रहे हैं.  सूत्रों के मुताबिक, गुटबाजी को खत्म करने के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय समिति ने भी सिद्धू की सार्वजनिक बयानबाजी पर नाराजगी जाहिर की है.