बर्दाश्त नहीं किया जायेगा राणा सांगा का अपमान: जयवीर
सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मण्डल के जिलाध्यक्ष जयवीर राणा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन का राणा सांगा पर दिया गया बयान उनकी तुच्छ मानसिकता का प्रतीक है। ऐसी मानसिकता के नेता का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए।
व्यापारी नेता जयवीर राणा ने जारी एक बयान में कहा कि राणा सांगा मेवाड़ के सिसोदिया वंश के एक महान शासक थे, जिन्होंने 1509 से 1527 तक शासन किया। उन्होंने कहा कि राणा सांगा ने विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ राजपूतों को एकजुट किया था।क्योंकि वे एक बहादुर योद्धा व कुशल रणनीतिकार थे। उन्होंने बयाना के युद्ध में मुगल सम्राट बाबर की सेना को हराया था। खानवा में भी उनहोंने बाबर के खिलाफ लड़ाई लड़ी। राणा सांगा ने अपने शासनकाल में मेवाड़ साम्राज्य का विस्तार किया और राजपूताना के सभी राजाओं को एकजुट किया। जयवीर राणा ने कहा ऐसे नेताओं का सामाजिक बहिष्कार जरूरी है। जो क्षत्रिय समाज के साथ-साथ राष्ट्र का अपमान करने का काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि बाबर ने अपनी आत्मकथा में राणा सांगा की वीरता और ताकत का उल्लेख किया है। जिसमें राणा सांगा के साथ 7 राजा, 9 राव और 104 छोटे सरदार थे। राणा सांगा के राज्य की सालाना आमदनी 10 करोड़ रुपये थी और उनकी सेना में एक लाख घुड़ सवार थे। उन्होंने कहा कि राणा सांगा हमारे राष्ट्र का गौरव है। कोई भी सच्चा देशवासी उनके अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा।