लालद्वारा में धूमधाम के साथ मनाई जन्माष्टमी

लालद्वारा में धूमधाम के साथ मनाई जन्माष्टमी
  • सहारनपुर में लालद्वारा देवपुरम में श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते संत आशीष मेहता।

सहारनपुर [24CN]। श्री लालद्वारा के प्रधान सेवक संत आशीष लाल मेहता ने कहा कि अन्याय, अत्याचार और अनीति से लडऩा भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से सीखें। उन्होंने कहा कि अन्याय, अत्याचार और अनीति का विरोध ही श्रीकृष्ण का सच्चा अनुसरण होगा। संत आशीष लाल मेहता यहां नुमाइश कैम्प स्थित श्रीलाल द्वारा देवपुरम में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर श्रद्धालुओं पर ज्ञान की अमृत वर्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आदमी सबका विरोध करता है मगर दो जगह यह विरोध का सामथ्र्य खो बैठता है। पहला जब विरोध अपना का करना पड़े और जब विरोध किसी सामथ्र्यवान व शक्तिवान का करना पड़े।

उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण का जन्म तो देखिए उन्होंने अनीति के खिलाफ सबसे अधिक अपनों का और सर्वसामथ्र्यवानों का ही विरोध किया। सात वर्ष की उम्र में इंद्र को ही चुनौती दे डाली और उसके व्यर्थाभिमान का नाश किया। अपने ही कुल के लोग जब कुमार्ग पर चलने लगे तो बिना किसी संकोच व मोह के उनका परित्याग कर दिया। इसलिए अन्याय, अत्याचार और अनीति का विरोध ही श्रीकृष्ण का अनुसरण होगा। अन्याय का विरोध करना होगा, चाहे कोई अपना सामने हो अथवा कोई साधन सम्पन्न ही क्यों न हो।

कार्यक्रम में श्रीप्रिय बिहारी सरकार कीर्तन मंडल द्वारा भजनों के माध्यम से अपनी हाजरी लगाई गई जिसमें देर रात तक श्रद्धालु झूमते रहे। इस दौरान मोहनलाल पुरी, शमी, चंदन सचदेवा, विजय सचदेवा, अंकुर, सुमित, कपिल, अंकुश, मिंकल, शगुन समेत भारी संख्या में श्रद्धालु मौजदू रहे।