बाढ़ ग्रस्त प्रांतों में लोगों को नए घर बनाकर देगी जमीयत: मदनी
 
						अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी बोले: धर्म पूछकर नहीं आती आफत, इंसानियत की सेवा करना जमीयत का उद्देश्य
देवबंद। जमीयत उलमा-ए- हिंद ने जम्मू, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण कर वहां के बाढ़ पीड़ितों को अपनी क्षमता के अनुसार नए घर बनाकर देने का निर्णय लिया है। संगठन अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि इन पीड़ितों तक आज तक भी सरकारी मद्द नहीं पहुंची और आगे भी ऐसी कोई संभावना नजर नहीं आती।
मौलाना अरशद मदनी ने मंगलवार को जारी किए बयान में बताया कि जिन प्रांतों में लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं उन क्षेत्रों का सर्वेक्षण कराया गया था. सर्वेक्षण पूरा होने के बाद सरकारी मद्द की दरकार और उनकी स्थिति को देखते हुए जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से बाढ़ पीड़ितों को नए आवास बनाकर दिए जाने का निर्णय लिया गया है। मौलाना मदनी ने कहा कि कोई भी आफत धर्म या जाति पूछकर नहीं आती, यह जब आती है तो सबको अपनी चपेट में ले लेती है। ऐसे में जमीयत जात-पात से ऊपर उठकर सभी की मद्द कर रही है, क्योंकि इंसानियत की सेवा ही जमीयत का असल मकसद है। मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि उधमपुर में 15 घरों का निर्माण कार्य जारी है, जबकि सर्वे के आधार पर पंजाब राज्य जिन लोगों के घर बाढ़ में बह गए हैं, जमीयत अपनी क्षमता के अनुसार उनके लिए नए घर बनवाए जाने का कार्य जल्द शुरु कराएगी।

 
			 
			 
			 
			 
			