चीन पर भड़के जयशंकर, बोले-अन्य देशों के क्षेत्रों पर दावे से सच्चाई नहीं बदलेगी
विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन पर भड़कते हुए कहा, ये उसकी पुरानी आदत है कि वह दूसरे देशों के हिस्सों पर अपना दावा करता है. वह इस तरह के नक्शे को जारी करता रहा है.
नई दिल्ली: चीन ने एक बार फिर अपने ऑफिशियल मैप को जारी कर विवाद खड़ा कर दिया है. इस पर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है. चीन ने इस नक्शे में अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चिन, ताइवान और विवादित दक्षिण चीन सागर को अपना भाग बताया है. चीन की इस हरकत पर विदेश मंत्री जयशंकर ने करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्री जयशंकर ने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपने नक्शे में शामिल करने पर आपत्ति जताई है. जयशंकर के अनुसार, ये चीन की पुरानी आदत है वह इस तरह के नक्शे को जारी करता रहता है. चीन द्वारा अन्य देशों के क्षेत्रों को अपना बताने से सच्चाई नहीं बदलने वाली है.
जयशंकर के अनुसार, चीन अपने नक्शों में उन भागों को शामिल करता रहा है, जो उसके नहीं हैं. यह उसकी पुरानी फितरत है. जयशंकर ने कहा कि इस तरह की हरकत से कुछ नहीं बदलने वाला है. हमारी सरकार सीमाओं और क्षेत्रों को लेकर बहुत ही सजग और स्पष्ट है. इस तरह के भद्दे दावे करने से अन्य देशों के क्षेत्र उनके नहीं होने वाले हैं.
पाकिस्तान हारता हुआ स्टॉक है
चीन पर हमला करते हुए जयशंकर ने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, लूजिंग स्टॉक (हारते हुए शेयर) के बारे में कौन बात करता है? आज पाकिस्तान के बारे में कोई किसी तरह की बात नहीं करता है. आज बाजार में पाकिस्तान पर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं है. हारते स्टॉक को लेकर कौन बात करता है?
पूरे विश्व ने इस मामले को किस तरह से भुनाने की कोशिश की
जयशंकर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाना केंद्र सरकार की बड़ी उपलब्धि है. हमने जम्मू-कश्मीर को अब तक अपनी राजनीति के कारण पीछे रखा. मैंने देखा है कि पूरे विश्व ने इस मामले को किस तरह से भुनाने की कोशिश की है. हम पर इस तरह दबाव बनाया जा रहा है. अगर कोई मुझसे हमारे पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धियां पूछेंगे तो वे यकीनन धारा 370 का जिक्र करेंगे. हमने किस तरह से कोरोना का मुकाबला किया है, उसके बारे में बात करना चाहूंगा. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा हटाने का पूरे विश्व ने स्वागत किया.
क्यों है बवाल?
चीन की कम्युनिस्ट सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स द्वारा पोस्ट किए मैप में अरुणाचल प्रदेश, जिसे चीन दक्षिण तिब्बत के रूप में दावा करता है और 1962 के युद्ध में अक्साई चिन पर कब्जा जमा लिया था. इसे चीन ने अपना भाग बताया है. वहीं भारत ने चीन से बार-बार कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य भाग था. इसके साथ हमेशा रहेगा.