Poonch Attack की जिम्मेदारी जैश समर्थित संगठन PAFF ने ली, एनआईए शुरू कर रहा जांच

Poonch Attack की जिम्मेदारी जैश समर्थित संगठन PAFF ने ली, एनआईए शुरू कर रहा जांच

पुंछ: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) से धारा 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) और उसके पोषित पल्लवित आतंकी संगठन हिंसा फैलाने के अपने नापाक इरादों में सफल नहीं हो पाए. इसके अलावा भारतीय सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन ऑलआउट में आतंकियों को चुन-चुन कर मारने की रणनीति और तेज कर दी. इस बीच भारत को जी20 की अध्यक्षता की मौका मिला और अब दो बैठकें लेह और श्रीनगर में होने जा रही हैं. ऐसी ही एक बैठक में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) भी आ रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान की भारत विरोधी चालें नए सिरे से परवान चढ़ने लगी हैं ताकि वैश्विक बिरादरी को संदेश दिया जा सके कि जम्मू-कश्मीर में हालात ठीक नहीं हैं. माना जा रहा है कि गुरुवार को राजौरी जिले के पुंछ में हुए आतंकी हमले (Poonch Terror Attack) के पीछे जैश (Jaish E Mohammed) का हाथ है. जैश समर्थित पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ले ली है. इस बीच आतंकी हमले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)का दल भी पुंछ पहुंच रहा है.

ग्रेनेड हमले से सेना के वाहन में लग गई थी आग
गौरतलब है कि पुंछ जिले में गुरुवार को हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद हो गए. आतंकवादियों ने जिले में भीमबेर गली से संगीओत की ओर जा रहे सेना के एक वाहन पर गोलीबारी की. सेना के एक घायल का राजौरी के सेना अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. सुरक्षाबल इलाके में आतंकियों की तलाश कर रहे हैं. आतंकी हमला राजौरी सेक्टर में अपराह्न करीब तीन बजे हुआ. उत्तरी कमान ने एक बयान में कहा, आतंकी हमले में ग्रेनेड के इस्तेमाल से सेना के वाहन में तुरंत आग लग गई. इस हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान शहीद हो गए. शहीद हुए जवानों में हवलदार मनदीप सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह, लांस नायक कुलवंत सिंह और सिपाही सेवक सिंह पंजाब के रहने वाले थे, जबकि लांस नायक देबाशीष उड़ीसा के निवासी थे. हालांकि इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी पीएएफएफ ने ले ली है, लेकिन इस इलाके में लश्कर के आतंकी भी लंबे समय से हिंसा का साजिश रच रहे थे. ऐसे में आतंकी हमले के पीछे उनका हाथ होने से भी इंकार नहीं किया जा रहा है.

अमित शाह की सुरक्षा समीक्षा बैठक के हफ्ते भर बाद हुआ आतंकी हमला
जनवरी में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा था कि घाटी में आतंकवाद रोधी ग्रिड मजबूत होने के बावजूद पीर पंजाल रेंज के दक्षिण में घुसपैठ के प्रयासों की घटनाएं हुई हैं. राजौरी सेक्टर जहां गुरुवार को हमला हुआ वास्तव में पीर पंजाल रेंज के दक्षिण में आता है. उन्होंने कहा कि फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ संघर्ष विराम समझौता नियंत्रण रेखा और पश्चिमी सीमाओं पर अच्छी तरह से कायम है. हालांकि आतंकवाद और आतंकी बुनियादी ढांचे को सीमा पार समर्थन एक मुद्दा बना हुआ है. गौरतलब है कि गुरुवार का आतंकी हमला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 13 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के एक हफ्ते बाद हुआ है. उन्होंने मई में श्रीनगर में होने वाली जी20 बैठक की तैयारियों की भी समीक्षा की और सभी एजेंसियों से आयोजन की सफलता के लिए समन्वित तरीके से काम करने को कहा था.

अब तक सामने आया घटनाक्रम

  • उत्तरी कमान के मुताबिक क्षेत्र में भारी बारिश और कम दृश्यता का फायदा उठाते हुए आतंकवादियों ने सेना के एक वाहन पर गोलीबारी की. फायरिंग में शहीद जवान राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के थे और इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए तैनात थे.
  • सूत्रों के मुताबिक सेना के वाहन पर तीन तरफ से फायरिंग की गई, इसके बाद ग्रेनेड से हमला किया गया. इससे वाहन के ईंधन टैंक में आग लग गई. इस आतंकी हमले में चार आतंकवादियों के शामिल होने का संदेह है.
  • सूत्रों ने कहा कि जैश समर्थित आतंकी समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है.
  • यह हमला कई हफ्तों तक चली 2021 की मुठभेड़ के स्थल के पास हुआ. सघन तलाशी अभियान के बावजूद आतंकवादी मौके से भागने में सफल रहे और उन्होंने अपना ठिकाना बदल लिया.
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हमले के बाद ट्वीट कर अपना दुख जताया. उन्होंने कहा, पुंछ जिले (जम्मू-कश्मीर) में त्रासदी से दुखी, जहां एक ट्रक में आग लगने के बाद भारतीय सेना ने अपने बहादुर सैनिकों को खो दिया है. इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. उनका यह ट्वीट सेना द्वारा आतंकी हमले में जवानों के मारे जाने की बात कहने से कुछ मिनट पहले आया.
  • आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे ने राजनाथ सिंह को आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी. समाचार एजेंसी एएनआई ने रक्षा सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि वहां मौजूद सैनिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं और उचित कार्रवाई कर रहे हैं.