उज्जैन । मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के एक गांव में दो लोगों ने एक मुस्लिम कबाड़ व्यापारी को कथित तौर पर धमकी दी और ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। घटना शनिवार की है और इसके दो कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। यह घटना उज्जैन के महिदपुर तहसील की है।
गांव छोड़ने के लिए किया मजबूर
महिदपुर के पुलिस उपमंडल अधिकारी (एसडीओपी) आरके राय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह घटना शनिवार की है जब महिदपुर कस्बे निवासी कबाड़ कारोबारी अब्दुल रशीद लंबे समय से यहां यह धंधा कर रहा है झरदा थाना क्षेत्र के सिकली गांव में अपने मिनी ट्रक में कुछ कबाड़ जमा करने के लिए गया थ। हालंकि, रशीद को गांव छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था और क्षेत्र में अपना कबाड़ व्यवसाय करने पर धमकी भी दी गई। जब वह गांव से निकला तो पिपलिया धूमा में दो लोगों ने उसे रोक लिया। उसके साथ मारपीट की और उसे ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया।
दो लोगों को किया गया गिरफ्तार
उन्होंने कहा कि वह व्यक्ति किसी तरह उनकी मांग मानकर वहां से निकला। झरदा थाना प्रभारी विक्रम सिंह इवने ने कहा कि कमल सिंह (22) और ईश्वर सिंह (27) के रूप में पहचाने गए दो आरोपियों के खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का मामला दर्ज किया गया था और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच इस घटना के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसने कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
कबाड़ी को दी गर्इ धमकी
एक कथित वीडियो में दो लोगों को पीड़ित के चार पहिया वाहन से कबाड़ फेंकते हुए और उसे फिर से गांव में प्रवेश न करने के लिए कहते हुए देखा गया, जबकि एक अन्य वीडियो में उन्हें धमकाते और ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर करते हुए दिखाया गया है। इसमें रशीद से यह पूछते हुए दिखाता है कि उसने हमारे गांव में घुसने की हिम्मत कैसे की और पीड़ित ने ‘जय श्रीराम’ कहा, जैसा कि आरोपी ने कहा था।
कानून का उडाया जा रहा है मजाक
इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने कहा कि इस तरह की घटनाएं राज्य में इंदौर और देवास में पहले भी हुई थीं। उन्होंने कहा कि क्या यह एक विशिष्ट एजेंडे के तहत हो रहा है? सरकार मूकदर्शक के रूप में सब कुछ देख रही है। पूरे राज्य में अराजकता का माहौल बनाया जा रहा है और कानून का मजाक उड़ाया जा रहा है। उन्होंने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि राज्य में ऐसे लोग शांति भंग कर रहे हैं।
‘कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग से ऐसे वीडियो क्यों हो रहे वायरल’
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि राज्य सरकार ऐसी सभी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कि हम कार्रवाई करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लेकिन सवाल यह है कि कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग से ऐसे वीडियो क्यों वायरल किए जा रहे हैं। क्या ऐसे वीडियो बनाने और उन्हें फैलाने के पीछे कांग्रेस है?। मंत्री ने कहा, यह जांच का विषय है कि क्या ये घटनाएं सुनियोजित हैं?