Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी हिंसा पर शिवसेना नेता संजय राउत का बयान, कहा- इसलिए बनाये जा रहे हैं ऐसे हालात

Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी हिंसा पर शिवसेना नेता संजय राउत का बयान, कहा- इसलिए बनाये जा रहे हैं ऐसे हालात
  • दिल्‍ली के जहांगीरपुरी में मचे बवाल को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि दिल्‍ली में नगर निकाय चुनाव हैं इसलिए यहां ऐसे हालात पैदा किए जा रहे हैं। देश के दो बड़े शहरों में इस तरह का माहौल दुखद है।

मुंबई। दिल्ली की जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) पर शिवसेना (Shiv sena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने बयान दिया है। राउत ने मंगलवार को कहा कि जिस तरह से देश के दो बड़े शहरों में दंगों का माहौल बनाया जा रहा है, वह दुखद है। दिल्ली में नगर निकाय चुनाव होने हैं, ऐसे में यहां ऐसे हालात बनाए जा रहे हैं। मुंबई में भी बीएमसी (BMC) के चुनाव होने हैं।

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बता दें कि हनुमान जयंती के बाद लगातार चौथे दिन भी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं। मंगलवार की सुबह यहां सामान्य गतिविधियां देखी गईं, लेकिन स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में आने के बाद ही सुरक्षा बलों को यहां से पूरी तरह हटाया जा सकेगा। इसमें कुछ और दिन लग सकते हैं। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जहांगीरपुरी में हिंसा प्रभावित इलाके में पुलिस बल तैनात है। पुलिस की टीम ने रात में भी गश्‍त लगाती रही है, इस दौरान रात में ड्रोन के जरिए भी निगरानी  की गई है।

वहीं, जहांगीरपुरी में शनिवार को जुलूस पर पथराव के बाद भड़की हिंसा की जांच तेजी से चल रही है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच की 14 टीमें आरोपियों की तलाश में लगी हुई हैं। पुलिस अब तक 26 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। दिल्ली पुलिस का यह भी दावा है कि इस हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा उपद्रवियों की पहचान हो चुकी है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उधर, दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

इसके साथ ही सीपी राकेश अस्थाना ने भी कहा है कि जहांगीरपुरी इलाके की मस्जिद पर भगवा झंडा फहराने की बात निराधार है। हिंसा करने वालों के साथ अफवाह फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इंटरनेट मीडिया से ऐसे लोगों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। राकेश अस्थाना ने जानकारी दी है कि रविवार को गिरफ्तार किए गए आठ आरोपियों के खिलाफ पहले से ही आपराधिक मामले दर्ज हैं। इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) यूनिट को डिजिटल साक्ष्य सत्यापन और अन्य तकनीकी विश्लेषण करने के निर्देश दिया गया है।