‘उम्मीद नहीं थी सिंधिया परिवार कांग्रेस को धोखा देगा’, चुनाव प्रचार के दौरान बोले दिग्विजय सिंह
भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले के बमोरी विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा। दिग्विजय ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे उम्मीद नहीं थी कि सिंधिया परिवार का ऐसा राजा कांग्रेस को इस तरह धोखा देगा। कांग्रेस ने उन्हें क्या नहीं दिया? पहले तो बड़े महाराजा बना दिए।”
कांग्रेस सांसद ने कहा, “माधवराव सिंधिया यहां से सांसद थे, फिर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने उन्हें मंत्री बनाया, सम्मान दिया, फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में आए और उन्होंने उन्हें दो बार सांसद और फिर मंत्री बनाया। क्या कारण है कि वह चले गए?”
दिग्विजय सिंह – सिंधिया के बीच जुबानी जंग शुरू
दिग्विजय सिंह के बयान के बाद भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनपर पलटवार किया है। एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिंधिया ने 2003 से पहले मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर अत्यधिक लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य में कोई भी विकास लाने में विफल रही। उन्होंने बुनियादी सुविधाओं के अभाव का आरोप लगाते हुए इसे ‘लापता मॉडल’ बताया।
रायसेन में एक चुनावी रैली में बोलते हुए सिंधिया ने कहा, “2003 से पहले मध्य प्रदेश में सरकार का नाम ‘लापता सरकार’ था। न तो सड़कें थीं, न बिजली, न ही लोगों तक पानी पहुंच रहा था।” केंद्रीय उड्डयन मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राज्य में कई योजनाएं बंद कर दी थीं। उन्होंने भीड़ से पूछा, “कांग्रेस ने 51 योजनाएं बंद कर दी हैं। क्या आप ऐसी कांग्रेस सरकार आने देंगे?”
2020 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे सिंधिया
बता दें कि दिग्विजय सिंह सरकार के दौरान सिंधिया कांग्रेस में थे। उन्होंने कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस शासन के दौरान मार्च 2020 में पार्टी छोड़ दी थी और भाजपा में शामिल हो गए थे।
सिंधिया ने जनता से आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही हैं जो पूरे देश में विकास सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मोदी है तो सब कुछ है।” चुनावी रैली में उन्होंने यह भी घोषणा की, कि महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता देने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप राज्य में गरीबों के लिए बनाया गया कोई भी घर महिलाओं के नाम पर होगा।