मरे बिना भगवान से मिलन नही संभव नही: स्वामी लाला शास्त्री

- श्रीमद भागवत कथा सुनाते स्वामी लाला शास्त्री महाराज, कथा श्रवण करती श्रद्धालू महिलाएं
देवबंद [24CN] : दिशा सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन देवबंद के तत्वावधान में शिक्षक नगर स्थित धर्मशाला में चल रही श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन कथावाचक स्वामी लाला शास्त्री महाराज ने कन्हैया के 24 अवतारो के बारे में वर्णन करते हुऐ कहा कि मरे बिना भगवान से मिलन नही होगा।
उन्होने कहा कि गंगा किनारे उदास बैठे व्यास जी से नारद मूनि ने उदासी का कारण पुछा तो व्यास जी ने कहा ज्ञान और वैरागय के बाद भी मन में शांति नही है तब नारद मुनि ने कहा कि प्रभु भक्ति और संतों की सेवा से ही मन को शांति मिलेगी। प्रभु भक्ति और संतों की सेवा से मानव भव सागर तर जाता है तथा नारायण नारायण जपने से जन्म मृत्यु के बंधन से छूट कर मोक्ष को प्राप्त होता है। दुसरे दिन प्रसाद वितरण मंजू पंवार व सुदीप पंवार की ओर से किया गया। भागवत कथा श्रवण करने वालो मे रेखा धीमान, नीलम त्यागी, ब्रजमोहन शर्मा, वंश प्रताप, बिजेंद्र गुप्ता, सविता गुप्ता, शुभलेश शर्मा, ललिता प्रजापति, सुनीता देवी, मुनेश तयागी, मंजू पंवार, रचना देवी, रेखा, राजरानी, सविता देवी, ममता, सोनिया, नीरज सैनी, पियूष, ओम सैनी, वंश सैनी आदि उपस्थित रहे।