भारतीय नौसेना में आ रहा है ‘समुद्री बाज’, इसके सामने चीन का टिक पाना मुश्किल

भारतीय नौसेना में आ रहा है ‘समुद्री बाज’, इसके सामने चीन का टिक पाना मुश्किल

नई दिल्ली : दुश्मन के किसी भी आक्रमण का जवाब देने के लिए भारतीय सेनाओं ने जमीन से लेकर आसमान तक अपने ताकत मजबूत कर ली है। राफेल लड़ाकू विमानों के बाद अब भारत अत्‍याधुनिक शिकारी को खरीदने जा रहा है। हिंद महासागर में चीन के आक्रामक रुख को देखते हुए नौसेना को इसकी बेहद जरूरत है।

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दरअसल भारतीय नौसेना को मजबूती प्रदान करने के लिए अमेरिका ने 24 बहुउपयोगी MH-60 ‘रोमियो’ सी हॉक हेलिकॉप्टर की जल्द ही डिलिवरी देने का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि यह 2021 की शुरुआत में नौसेना के बेड़े में शामिल हो सकता है। एमएच 60 आर सी हॉक हेलिकॉप्टरों को समुद्र में उड़ता फ्रिगेट कहा जाता है, जो पनडुब्बियों और पोतों पर अचूक निशाना लगाने में सक्षम है। इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह मौजूदा दौर में फ्रिगेट, डिस्ट्रॉयर्स, क्रूजर्स और एयरक्राफ्ट कैरियर्स से ऑपरेट होने वाला सबसे ज्यादा सक्षम नेवल हेलिकॉप्टर है।

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द ट्रिब्यून के मुताबिक हेलिकॉप्टर बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन के अधिकारी विलियम एल ब्लेयर ने बताया कि यह बिक्री विदेशी मिलिट्री सेल के जरिए हो रही है। डील 2 अरब डॉलर (14 हजार करोड़ रुपए) में होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि हिंद महासागर में चीनी पनडुब्बियों की बढ़ती सक्रिया के मद्देनजर यह डील सैन्यशक्ति के लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है।

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जानें इसकी खासियत 

  • इस हेलिकॉप्‍टर में कई मोड वाले रेडॉर, नाइट विजन उपकरण, हेलिफायर मिसाइलें, एमके-54 टॉरपीडो और रॉकेट लगे हैं जो दुश्‍मन की सबमरीन को तबाह करने में सक्षम हैं।
  • इस हेलिकॉप्‍टर की मारक क्षमता करीब 834 किलोमीटर है और वजन 689 किलो।
  • सी हॉक में लगे रेडॉर और सेंसर न केवल पानी के अंदर जा रही पनडुब्बियों की पहचान करने में सक्षम होंगे बल्कि समय रहते उनका शिकार भी कर सकेंगे।
  • हेलिकॉप्टर अमेरिकी नौसेना में एंटी-सबमरीन और एंटी-सरफेस वेपन के रूप में तैनात है।
  • ये दुश्मन की नावों को ट्रैक कर उनके हमलों को रोक सकता है।
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