पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई दिनों से हो रही झमाझम बारिश, अब मध्य प्रदेश की ओर शिफ्ट हुए बादल

गुरुवार की आधी रात से शुक्रवार की दोपहर पूर्व तक रिमझिम बरसे बादलों ने अब दक्षिण की राह पकड़ ली है। अब वर्षा मध्य प्रदेश की ओर शिफ्ट हो गई है। बीते कई दिनों से बनारस छोड़ पूर्वी उत्तर प्रदेश में बरस रहे बादलों ने गुरुवार की आधी रात के बाद से सुबह आठ बजे तक 35.8 मिमी वर्षा की।
वाराणसी : पूर्वी उत्तर प्रदेश के आसमान में बादलों की सघनता अब कम हो गई है। गुरुवार की आधी रात से शुक्रवार की दोपहर पूर्व तक रिमझिम बरसे बादलों ने अब दक्षिण की राह पकड़ ली है। अब वर्षा मध्य प्रदेश की ओर शिफ्ट हो गई है।
बीते कई दिनों से बनारस छोड़ पूर्वी उत्तर प्रदेश में बरस रहे बादलों ने गुरुवार की आधी रात के बाद से सुबह आठ बजे तक 35.8 मिमी वर्षा की। इसके बाद दिन में 0.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई यानी कुल 36.2 मिमी वर्षा हुई। इससे शुक्रवार को मौसम सुहाना हो गया।
कई दिनों से हो रही झमाझम बारिश
झमाझम फिर रिमझिम वर्षा के चलते अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे 31.6 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे 23.4 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। दोपहर बाद हालांकि हल्की सी धूप दिखी लेकिन इसका कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा।
इस बीच पुरवा हवा ने मौसम को शीतल बना रखा था। आर्द्रता भी 86 प्रतिशत तक बनी रही।
मौसम विभाग कार्यालय का अनुमान है कि शुक्रवार की शाम के बाद बादलों की सघनता कम होगी और शनिवार से आंशिक बादल ही आसमान में रह जाएंगे। इससे तापमान फिर बढ़ना आरंभ हो जाएगा। गंगा के जलस्तर में वृद्धि की गति धीमी गंगा के जलस्तर में वृद्धि की गति धीमी हो गई है।
मीरजापुर और बलिया में जलस्तर स्थिर
वाराणसी व गाजीपुर में एक सेमी प्रति घंटा के वेग से बढ़ रही गंगा रात 10 बजे तक उसी पर कायम रही। 14 घंटे में महज 11 सेमी की वृद्धि हुई। मीरजापुर व बलिया में जलस्तर स्थिर बना हुआ है। शुक्रवार की रात राजघाट पर गंगा का जलस्तर 65.07 मीटर पर बना हुआ था।