इजराइली विदुषी की स्वामी भारत भूषण से भेंट
सहारनपुर में योग गुरू पदमश्री भारत भूषण से भेंट करती इजरायली विदुषी।
सहारनपुर। पूर्व इजराइली सेनाधिकारी और अब आयुर्वेद विशेषज्ञ, पुरातत्व वैज्ञानिक और योग प्रेमी महिला ओफरा ने नए साल की शुरुआत मोक्षायतन योग संस्थान योग पहुंचकर योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण से भेंट करके की।
वल्र्ड आयुर्वेद कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए भारत आई ओफरा ने बताया कि वह 14 वर्ष की उम्र से आयुर्वेद और प्राच्य विद्याओं पर कार्य कर रही है और आयुर्वेद के योग के साथ गहरे संबंध ने उन्हें भारत के लीजेंड योगी और पहले अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव की शुरुआत करने वाले गुरु स्वामी भारत भूषण के दर्शन करने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि 1990 से ही कुछ इजरायली जिज्ञासु उनके साथ जुड़े हैं।
इस अवसर पर मौजूद रहे आयुर्वेद और योग पर कार्यरत कंपनी वेदिकस के संस्थापक आदित्य जैन के साथ मिलकर ओफरा ने योग गुरु के साथ भारत की इन प्राच्य विद्याओं पर चर्चा की जिसमें गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने बताया कि योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा मूलत: एक ही हैं और योग के विस्तार हैं। योग सम्मत जीवन जीते हुए प्रकृति के पंचतत्वों के साथ सामंजस्य बनाए रखने पर आयुर्वेदिक औषधियां व्याधियों का स्थाई निदान कर पाती हैं।
त्र्यमेकत्र संयमरू बताते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य की पीड़ा हरण में इन तीनों के बीच सामंजस्य जरूरी है।ओफरा ने बताया कि वह विगत बीस वर्षों से प्रमाणित आयुर्वेद चिकित्सक हैं और दुनिया के अनेक देशों में आयुर्वेद का प्रचार करने में जुटी हैं। ओफरा ने बताया कि गुरुदेव के सान्निध्य से वह बहुत प्रभावित हुई और उनके साथ चर्चा करके हमे सिर्फ समाधान ही नहीं मिला बल्कि और अधिक कुछ करने की प्रेरणा भी मिली।