इजरायल को आत्मरक्षा का पूर्ण अधिकार!

[दिग्विजय] एक सप्ताह से हमास व इजरायल के बीच चल रहा युद्ध किसी निर्णायक मुकाम पर पँहुचे बिना रुकना मुश्किल दिखाई दे रहा है। हमास ने 10 मई को इजरायल पर राकेटो के बारसात कर दी थी। हमास की गुस्ताखी का जवाब देना इजरायल के लिए जरूरी है। हमास एक नपुंसक तरह का आतंकी संगठन है जो गाजा पट्टी से इजरायल पर राकेट व मिसाइल अटैक करता है और उसके बाद आम लोगों, बच्चों व महिलाओ की आड़ लेकर बचने का प्रयास करता है। हमास ने अपने अड्डे घनी आबादी में बना रखे है, सुरंगों का जाल भी आबादी के नीचे बनाया हुआ है। ऐसा करने के पीछे हमास की सोच यह होती कि इजराइल पर हमले के बाद उसके आतंकी घनी आबादी में बने उसके ठीकानों में छुप जाएंगे और इजराइल घनी आबादी में उसके आतंकियों पर हमला नहीं करेगा। इस तरह की सोच किसी नपुंसक संगठन की ही हो सकती है।
हर बार की तरह इस बार भी हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल पर हमला किया। सूत्रों की यदि माने तो हमास अब तक लगभग 2,500 राकेट इजरायल पर दाग चुका है और छिप-छिप कर अभी भी हमले कर रहा है जिसका उत्तर इजरायल सही से दे रहा है। इस बार इजरायल का उत्तर कुछ अलग ही तरह का है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू साफ कर चुके है कि इस बार हमास का सफाया किये बिना युद्ध रुकने वाला नहीं है।
इजरायल को उस पर हमला करने वालों को निस्तानाबुद करने का पूरा अधिकार है। किसी भी राष्ट्र के लिए उसके नागरिकों की रक्षा व संप्रभुता प्राथमिकता होनी चाहिए और इजराइल की वो है। इजराइल के सामने ईंट का जवाब पत्थर से देने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है। अगर इजराइल ऐसा नहीं करता है तो उसका अस्तित्व पर संकट मंडराने लगेगा। किसी भी व्यक्ति या राष्ट्र को वो सब करना जायज है जिससे उसके अस्तित्व से संकट को टाला जा सके। अब हमास जैसे आतंकी संगठन को जवाब देने में कुछ मासूमो की जान जाती है तो इसमें इजराइल का कोई दोष नहीं। वो वही कर रहा है जो एक राष्ट्र को करना चाहिए। गाजा पट्टी में रह रहे लोगों को यह तब सोचना चाहिए जब जो हमास जैसे आतंकी संगठन को पनाह देते है अब वो लोग विकटिम कार्ड खेलकर इजराइल को रोक नहीं सकते है। न ही संयुक्त राष्ट्र और विश्व के अन्य किसी संगठन को इजराइल को रोकने का नैतिक अधिकार है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि हमास यदि आत्मसमर्पण कर दे तो अगले दिन ही युद्ध विराम हो जाएगा। अब यह विश्व के ठेकेदारों को सोचना होगा यदि वे गाजा पट्टी में नागरिकों की जान की सुरक्षा चाहते है तो वो हमास को जल्द से जल्द आत्मसमर्पण के लिए तैयार करे। अन्यथा की स्तिथि में परिणाम भुगतना ही होगा। विकटिम कार्ड बिल्कुल भी नहीं चलेगा।