क्या सस्ता होने जा रहा टोल? नितिन गडकरी ने बताया सरकार का प्लान, कहा- किसी को नहीं होगी परेशानी
नेविगेशन बेस्ड टोल कलेक्शन पर जोर
बता दें कि नितिन गडकरी अब तक के सबसे लंबे कार्यकाल वाले सड़क परिवहन मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने शुरुआत में नेशनल हाइवे पर पर बैरियर रहित ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम लागू करने का निर्णय लिया है।गडकरी ने कहा कि वह सोशल मीडिया पर लोगों की तरफ से मिलने वाली शिकायतों को काफी सीरियस लेते हैं और जिम्मेदार कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी करते हैं।
टोल चार्ज बढ़ने से लोग परेशान
- नेशनल हाइवे पर ट्रैफिक का लगभग 60 फीसदी प्राइवेट कारों से आता है। लेकिन टोल रेवेन्यू इन व्हीकल से मुश्किल से 20-26 फीसदी ही है। हाल में टोल चार्ज के बढ़ने और ज्यादा हिस्सों के टोलिंग सिस्टम में आने से सफर करने वाले लोगों में असंतोष है।
- 2023-24 में भारत का कुल टोल कलेक्शन 64,809.86 करोड़ था, जो पिछले साल के मुकाबले 35 फीसदी अधिक था। 2019-20 में महज 27,503 करोड़ का टोल कलेक्शन होता था। नेशनल हाइवे पर सभी टोल प्लाजा नेशनल हाइवे फी नियन 2008 के अंतर्गत स्थापित किए जाते हैं।
इस बार टूट जाएगा रिकॉर्ड
गडकरी ने भरोसा जताया है कि मौजूदा वित्त वर्ष में राजमार्ग मंत्रालय वित्त वर्ष 2020-21 के प्रति दिन 37 किलोमीटर हाइवे निर्माण के रिकॉर्ड को पार कर जाएगा। इस वित्त वर्ष में करीब 7000 किलोमीटर हाइवे का निर्माण किया गया है।बता दें कि 2021-21 में राजमार्ग मंत्रालय ने 13,435.4 किलोमीटर, 2021-22 में 10,457.2 किलोमीटर, 2022-23 में 10,331 किलोमीटर और 2023-24 में 12,349 किलोमीटर का निर्माण किया था। गडकरी ने ये भी कहा कि इस वित्त वर्ष में 13,000 किलोमीटर का हाइवे प्रोजेक्ट दिया जाएगा।