ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने इजरायल को दी खुली चेतावनी, कहा ‘ना जल्दबाजी करेंगे, ना ही देर’
नई दिल्ली: ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि ईरान अब ना तो जल्दबाजी करेगा और ना ही देर करेगा। उन्होंने शुक्रवार को इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमलों के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से बयान दिया। खामेनेई ने इन हमलों को इजरायल द्वारा किए गए “अपराधों” के लिए उचित सजा करार दिया और इस संघर्ष को जारी रखने का आह्वान किया। लगभग पांच वर्षों बाद शुक्रवार की नमाज में अपने उपदेश के दौरान, खामेनेई ने इजरायल के खिलाफ प्रतिरोध को दोगुना करने की बात कही।
अरबी और फारसी में दिया बयान
खामेनेई ने अपने बयान को अरबी और फारसी भाषाओं में दिया, जिसमें उन्होंने क्षेत्र में ईरान के मुख्य सहयोगी हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह की प्रशंसा की। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिका और उसके सहयोगी इजरायल की सुरक्षा को बढ़ावा देकर इस क्षेत्र के संसाधनों पर कब्जा करना चाहते हैं।
खामेनेई ने कहा, “लेबनान और फिलिस्तीन के प्रतिरोधी लोगों का संघर्ष उनकी इच्छाशक्ति को कमजोर नहीं करेगा, बल्कि उनकी दृढ़ता को और मजबूत करेगा।” उन्होंने इजरायल पर हमला बोलते हुए कहा, “इजरायल अपनी हिंसा, बमबारी और नागरिकों की हत्या से जीत का दिखावा करता है, लेकिन यह सिर्फ प्रतिरोध को और प्रेरित कर रहा है। इजरायल पर होने वाला हर हमला क्षेत्र और मानवता के लिए सेवा है।”
हमला कानूनी और वैध
खामेनेई ने इजरायल पर ईरान के हालिया हमले को “कानूनी और वैध” करार देते हुए कहा कि यह इजरायल के अपराधों की “न्यूनतम सजा” है। उन्होंने कहा, “ईरान इजरायल के खिलाफ अपने कर्तव्यों को पूरा करने में न तो जल्दबाजी करेगा और न ही कोई देरी करेगा।”
गौरतलब है कि ईरान ने 27 सितंबर को हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और जुलाई में तेहरान में हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह की हत्या का बदला लेने के लिए इजरायल पर मिसाइल दागी थी। हालांकि, इजरायल ने इन घटनाओं में अपनी किसी भी भूमिका को लेकर कोई बयान नहीं दिया है।