दुबई। सलमान रुशदी पर हुए हमले के बाद से ईरान पर कई सवाल उठ रहे थे। ईरान पर रुशदी पर हमला कराने का आरोप तक लगा। इस बीच अब ईरान ने इस हमले पर बयान जारी किया है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि किसी को भी तेहरान के खिलाफ सलमान रुश्दी पर हुए हमले पर आरोप लगाने का अधिकार नहीं है। मंत्रालय ने कहा कि केवल रुशदी और उनके समर्थक दुनिया के मुसलमानों को बदनाम करने के लिए फटकार और निंदा के योग्य थे। उन्हीं के कारण यह घटना घटी है।
रुशदी द्वारा धर्म का अपमान भी उचित नहीं
रुशदी पर हुए हमले पर ईरान की पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया में मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता रुशदी द्वारा धर्म के अपमान को उचित नहीं ठहराता है। उनके 1988 के उपन्यास “द सैटेनिक वर्सेज” को कुछ मुसलमानों द्वारा ईशनिंदा वाले अंशों के रूप में देखा जाता है। कनानी ने एक समाचार ब्रीफिंग में कहा, सलमान रुश्दी पर हमले के संबंध में, हम उनके समर्थकों के अलावा किसी और को निंदा के योग्य नहीं मानते हैं। किसी को भी इस संबंध में ईरान पर आरोप लगाने का अधिकार नहीं है।
रुश्दी को आई हैं गंभीर चोटें
बता दें कि दुनिया भर के लेखकों और राजनेताओं ने रुशदी पर हुए हमले की निंदा की थी। उनके एजेंट ने समाचार एजेंसी रायटर्स को बताया कि रुश्दी को गंभीर चोटें आई थीं, जिसमें उनके हाथ की नस और उनके लीवर पर घाव शामिल हैं, और उनकी एक आंख जाने की संभावना है।