शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन

शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 8-03-2022 को स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल इंजीनियरिंग एंड साइंसेस एवं स्कूल ऑफ लॉ एंड कॉन्स्टिट्यूशन स्टडीज द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा स्कूल ऑफ़ एजुकेशन द्वारा पोस्टर मेकिंग गतिविधि का आयोजन किया गया। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम “जेंडर इक्वैलिटी फॉर ए सस्टेनेबल टुमारो ” अर्थात “एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता” रही।

गोष्ठी का शुभारंभ शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह एवं कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह तथा कार्यक्रम में आये हुए  सभी अतिथियों द्वारा पूरे विधि विधान से दीप प्रज्वलन कर किया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल इंजीनियरिंग एंड साइंसेज की डीन एंड हेड प्रो.(डॉ.) दिव्या प्रकाश ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत किया तथा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर कार्यक्रम में आए हुए अतिथि मिस वर्षा तोमर एंटी रोमियो स्क्वायड, गंगोह ने सभी छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में महिलाएं देश और समाज दोनों के निर्माण में बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं। अब पहले की तरह महिलाएं केवल घर की चारदीवारी के अंदर तक सीमित नहीं हैं।  वह आज घर से बाहर निकलकर अपने हुनर को लोगों के सामने पेश कर रही हैं और समाज में एक सम्मान का स्थान प्राप्त कर रही है। महिला आज प्रत्येक स्तर पर अपने परिवार और समाज का ध्यान रख रही है।

इस अवसर पर गंगोह थाना प्रभारी श्री परमिंदर पाल सिंह जी ने भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी छात्र एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं दिन प्रतिदिन प्रत्येक क्षेत्र में विकास की गति को छू रही है तथा एक नए देश के निर्माण में पूर्ण सहयोग दे रही है। कार्यक्रम में थाने का नंबर देते हुए सभी छात्राओं को यह संदेश दिया कि आप किसी भी समय इस नंबर को डायल कर हो रही किसी भी समस्या के संदर्भ में अवगत करा सकते हैं जिसके तहत तुरंत आपको सहयोग प्राप्त होगा।

इस अवसर पर संस्था के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने उद्बोधन में सभी छात्र एवं छात्राओं तथा आयोजकों को अनेक शुभकामनाएं एवं बधाई दी और यह संदेश भी दिया कि यह कार्यक्रम मात्र केवल एक अभिव्यक्ति नहीं है बल्कि यह हमारा दायित्व भी है कि हम सभी महिलाओं के प्रति सम्मान एवं भावना तथा पूर्ण सहयोग के साथ उनका समर्थन करें तथा उनको भविष्य ने एक नया इतिहास लिखने के लिए प्रेरित भी करें। जिससे समय के साथ महिलाओं की स्थिति में परिवर्तन आये और महिलाओं की स्थिति को सही करने के लिए और समाज को जागरूक करने के लिए हर स्तर पर सभी प्रयास किये जाये।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं ने पोस्टर मेकिंग, कविताओं, स्पीच, आदि अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी भावनाओं को प्रस्तुत किया। सभी प्रस्तुतियों को निर्णायक मंडल द्वारा पुरस्कृत किया गया। निर्णायक मंडल में डॉ. अरुण, डॉ. योगेश शर्मा, अजय शर्मा, गौरव त्यागी आदि उपस्थित रहे। पोस्टर मेकिंग में प्रथम स्थान आयुषी और अंशिका, द्वितीय स्थान अदीबा और झलक, तृतीय स्थान राधिका ने प्राप्त किया गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान नाजरीन तथा कविता में प्रथम स्थान तान्या, द्वितीय स्थान शैली पुंडीर, तृतीय स्थान कोमल देवी, ने प्राप्त किया।

कार्यक्रम के अंत में संस्था के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने इस कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों आयोजकों एवं सभी छात्र एवं छात्राओं को अनेक शुभकामनाएं दी और भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम से प्रेरणा लेने संबंधी विचारों को जागृत करने को कहा।

इस अवसर पर संस्था के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र जी ने विश्वविद्यालय परिवार की समस्त महिला शिक्षकों को अपनी शुभकामनाये प्रेषित की। अपने सन्देश में उन्होंने कहा कि नारी का योगदान एक सुन्दर समाज के निर्माण के लिए अत्यंत ही आवश्यक है। दिन के अंत में प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने सभी महिला शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम में डॉ. प्रशांत कुमार, डॉ. सीमा जागलान, डॉ. सविता पंवार, डॉ. सुगंधा तोमर, डॉ. आसिफ नसीर, डॉ. राजीव दत्ता, डॉ. विनोद यादव, रामजानकी, बलराम टांक, दीपिका, अजय शर्मा, मानसी सैनी, मोनिका सैनी, गौरव त्यागी, रविकांत दीक्षित, आदि शिक्षक गण उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ. गरिमा वर्मा, एवं सरिता शर्मा ने किया।