शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन

गंगोह: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में सोमवार को शिक्षा विभाग एवं कुंवर शेखर विजेंद्र मेडिकल कॉलेज द्वारा विभिन्न भाषाओं के सम्मान एवं लोगों में अपनी भाषा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह एवं संस्थान के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह एवं अन्य शिक्षकगण ने मां सरस्वती एवं बाबू विजेंद्र जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया।
कार्यक्रम का मंच संचालन बी.एड. प्रथम वर्ष की छात्रा पारुल पंवार एवं निशा पांचाल ने किया। सर्वप्रथम शिक्षा विभाग के डीन एंड हेड डॉ. प्रशांत कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मातृभाषा के साथ-साथ अन्य भाषाओं का ज्ञान और सम्मान भी आवश्यक है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत डॉ. नमित वशिष्ट असिस्टेंट प्रोफेसर मेडिकल कॉलेज ने किया।
कार्यक्रम में आए अनेक विभागों से छात्र छात्राओं ने विषय पर अपने अपने विचार प्रस्तुत करते हुए भाषा के महत्व को समझाया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों जो कि पूरे देश के विभिन्न प्रदेशों से आए हुए हैं, ने अपनी अपनी मातृभाषा में अपने विचारों को अभिव्यक्त किया, जिनमें डॉ. सुजीत, डॉ. हनी प्रसाद, डॉ. कृष्णानंद ने मलयालम भाषा में, डॉ. जैस्मिन ने पंजाबी भाषा में, डॉ. राजीव दत्ता ने बंगाली भाषा में, डॉ.एस.के० पाठक ने भोजपुरी भाषा में अपने विचारों को प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम को कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह जी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारे विश्वविद्यालय में भाषाई विविधता वाले अध्यापक बगीचे के विभिन्न सुंदर फूलों की तरह है, जो अपने ज्ञान और संस्कार से विद्यार्थियों को शिक्षित कर विश्वविद्यालय के स्वपनों को साकार करने का प्रयत्न कर रहे हैं। हमें सभी भारतीय भाषाओं का सम्मान करना चाहिए। मातृभाषा के साथ-साथ किसी अन्य भारतीय भाषा को सीखने का प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में संस्थान के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए आयोजकों को बहुत शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर डॉ. गुंजन अग्रवाल, डॉ. एस के गुप्ता, डॉ. विश्वास कुमार, डॉ. विनोद यादव, राम जानकी यादव, बलराम टाँक, नितिन कुमार, गौरव त्यागी, मानसी आदि उपस्थित रहे।