कार्यशाला में दिव्यांगों को दी लाइसेंस सम्बंधी जानकारी

- सहारनपुर में दिव्यांगों की कार्यशाला को सम्बोधित करते परिवहन विभाग के अधिकारी।
सहारनपुर [24CN] । सम्भागीय परिवहन विभाग के तत्वावधान में चल रहे राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत आयोजित जागरूकता कार्यशाला में दिव्यांगजनों को उनके ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के सम्बंध में जानकारी प्रदान की गई। सम्भागीय परिवहन विभाग के कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए सम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन राधेश्याम ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांगजनों को मोटर वाहन अधिनियम में योजित लाइसेंस व्यवस्था तथा गाडिय़ों के पंजीकरण की व्यवस्था स्पेशल रूप से की गई है। उन्होंने बताया कि किसी भी दिव्यांग व्यक्ति जिनका शारीरिक अंग दिव्यांगता से प्रभावित है। जैसे-हाथ, पैर, आंख आदि, उसके सम्बंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय से जारी प्रमाण पत्र की उसकी शारीरिक क्षमता दिव्यांगता में कितनी प्रभावित हुई है। यदि वह गाड़ी चलाएगा तो सुरक्षित रहता है या नहीं। उसी के आधार पर लाइसेंस जारी किया जाता है।
उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र के साथ आवेदक को परिवहन विभाग की वैबसाइट पर लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है। आवेदन करते समय निर्धारित फीस जमा करने के साथ-साथ फोटोग्राफ, आधार कार्ड व जन्मतिथि का प्रमाण पत्र तथा डिजीटल हस्ताक्षर अपलोड किया जाता है। अपलोड किए गए प्रपत्रों की प्रतियों के साथ एनआईसी द्वारा निर्धारित स्लोट की तिथि पर उपस्थित होने पर आवश्यक औपचारिकताएं जैसे लाइसेंसिंग प्राधिकारी भौतिक व शारीरिक परीक्षण करते हुए ऑनलाइन कम्प्यूटर पर टेस्ट लिया जाता है और टेस्ट में पास होने पर आवेदन स्वयं लर्निंग लाइसेंस को घर पर डाउनलोड कर सकता है।
उन्होंने बताया कि लर्निंग लाइसेंस छह माह के लिए जारी किया जाता है। छह माह के अंदर आवेदक को पुन: स्थाई लाइसेंस के लिए वाहन सीखने के बाद आवेदन करना पड़ता है तथा पुन: निर्धारित तिथि पर वाहन चलाने का लाइसेंस लाइसेंस अधिकारी द्वारा टेस्ट लेकर लाइसेंस जारी किया जाता है। कार्यशाला में सम्भागीय परिवहन अधिकारी कपिल देव सिंह, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी अजीत श्रीवास्तव, यात्री/माल कर अधिकारी खेमानंद पांडेय, सम्भागीय निरीक्षक प्राविधिक कुलदीप सिंह व अमित सैनी, पटल प्रभारी लाइसेंस महेश कुमार व कार्यालय कर्मचारी आदि मौजूद रहे।