बिश्नाह: भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित अरिनया सेक्टर एक बार फिर गोलियों से गूंज उठा। दोनों ओर से काफी समय तक हुई गोलीबारी ने सीमांत इलाकों में फिर से तनाव पैदा कर दिया है। लोग यह जानने को व्याकुल थे कि कई सालों से अंतरराष्ट्रीय पर शांति गोलीबारी आखिरकार एकाएक क्यों शुरू हो गई। हालांकि गोलीबारी का यह सिलसिला कुछ देर ही चला परंतु अरिनया सेक्टर में सीमांत इलाकों में रहने वाले लोगों में अभी भी दहशत का माहौल है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला रात का है। सूत्रों ने बताया कि अरनिया सेक्टर के मुकेश पोस्ट पर रविवार देर शाम बीएसएफ जवानों और पाक रेंजरों के बीच किसी बात को लेकर गोली-गलौज शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि पाक रेंजरों ने भारतीय पोस्ट पर गोलियां दागना शुरू कर दी। जवाब में भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तान पोस्ट को निशाना बनाते हुए फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी का यह सिलसिला कुछ समय ही चला परंतु पूरी रात सीमांत इलाकों में रहने वाले लोग दहशत में रहे। उन्हें लगा कि हमेशा की तरह पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारतीय इलाकों में गोलीबारी शुरू कर दी है
आपको बता दें कि अरिनया सेक्टर में स्थित मुकेश पोस्ट और पाकिस्तान पोस्ट मात्र पचास मीटर की दूरी पर स्थित है। बताया जा रहा है कि 98 बटालियन बीएसएफ के जवानों ने इस क्ष्त्र में किसी तरह की हलचल देखी और घुसपैठ का प्रयास कर रहे संदिग्धों को चेतावनी दी। सूत्रों का कहना है कि इस दौरान बीएसएफ जवानों व 10-पाक रेंजरों के बीच विवाद शुरू हो गया। बात गोली-गलौज तक पहुंच गई। ये लोग अपनी-अपनी पोस्ट से ही गाली-गलौज कर रहे थे। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि 10 पाक रेंज के जवानों ने भारतीय पोस्ट पर गोलियां दागना शुरू कर दी।
गोलीबारी से संभलते हुए बीएसएफ के सतर्क जवानों ने भी कड़ा जवाब दिया। उन्होंने भी पाकिस्तानी पोस्ट पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी। दोनों से 20 से 21 राउंड फायर हुए और उसके बाद स्थिति शांत हो गई परंतु रात भर मुकेश पोस्ट और उसके आसपास की पोस्ट पर तनाव बरकरार रहा। घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई तो वहां पर उच्च अधिकारीओं ने भी पहुंच कर स्थिति को संभालने का प्रयास किया। सूत्रों की माने तो गाली गलौच व गोलीबारी का मकसद बीएसएफ के जवानों का ध्यान भटकाना था। एजेसी आशंका जाहिर की जा रही है कि पाकिस्तानी रेंजर इस क्षेत्र से आतंकवादियों की घुसपैठ करवाना चाहते थे या फिर ड्रोन की मदद से हथियार आदि भारतीय सीमा में पहुंचाने की फिराक में थे।
हमारे सतर्क बीएसएफ जवानों ने उनकी गोलीबारी का जवाब तो दिया लेकिन उसके साथ-साथ अन्य जगहों पर अपनी निगरानी को बरकरार रखा। सूर्योदय हुआ तो बीएसएफ के जवानों ने पुलिस के साथ मिलकर मुकेश पोस्ट के साथ लगती अन्य पोस्टों व ग्रामीण इलाकों में सर्च आपरेशन भी चलाया परंतु कुछ नहीं मिला। यह अभियान सुबह 11 बजे तक चला। बीएसएफ अधिकारियों ने इस बारे में कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी है। उन्होंने इस फायरिंग के पीछे का कारण पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ का प्रयास बताया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से कुछ संदिग्धों के भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ के प्रयास को विफल बनाने के लिए ही बीएसएफ जवानों ने यह गोलीबारी की।
क्या है मुकेश पोस्ट : भारत पाकिस्तान सीमा पर स्थित अरनिया सेक्टर की इस मुकेश पोस्ट को पहले टेंट गार्ड कहा जाता था। पाकिस्तान ने जब इसी सेक्टर में गत वर्ष पहले संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था, तब भी पोस्ट पर तैनात जवान मुकेश ने पाकिस्तान की गोलीबारी का कड़ा जवाब दिया। वह इस दौरान बलिदान प्राप्त कर गए। उसके बाद बीएसएफ ने इस पोस्ट का नाम बलिदानी मुकेश के नाम पर रख दिया। इस पोस्ट की निगरानी बीएसएफ की 98 बटालियन के जवान करते हैं जबकि पाकिस्तानी पोस्ट की निगदारी 10 पाक रेंजर कर रहे हैं।