बैंकों के राष्ट्रीयकरण के इंदिरा गांधी के फैसले ने देश में कृषि, उद्योग और व्यापार जगत की उन्नति का मार्ग किया प्रशस्त: रााणा
- सहारनपुर में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि मनाते कांग्रेसजन।
सहारनपुर। आजाद भारत के तीसरी प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की 107वीं जयंती पर आज जिला एवं महानगर कांग्रेस द्वारा एक संयुक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में श्रीमती इंदिरा गांधी के चित्र पर कांग्रेसजनों ने पुष्पमाला अर्पित की। बाद में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें सभी वक्ताओं ने इंदिरा को याद करते हुए उनके कार्यकाल में कराए गए विकास कार्यों एवं योजनाओं का जिक्र किया।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष संदीप सिंह राणा ने इंदिरा जी को लौह महिला बताते हुए कहा कि इंदिरा जी ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण जैसे महत्वपूर्ण आर्थिक फैसले लेकर, देश की आर्थिक आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त किया, जिससे कृषि, उद्योग और व्यापार आदि सभी क्षेत्रों में गुणात्मक वृद्धि एवं विकास देखने को मिला। महानगर अध्यक्ष वरुण शर्मा ने इंदिरा जी को दूरदर्शी और दृढ़निश्चय वाली नेता बताते हुए कहा कि 1971 इंदिरा जी के कार्यकाल में ही पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को एक आजाद मुल्क घोषित किया गया।
पूर्व विधायक सुरेंद्र कपिल एवं एआईसीसी सदस्य मुजफ्फर चैधरी ने इंदिरा के कार्यकाल को याद करते हुए, उन्हें एक ऐसी नेता बताया जो विकास के लाभ को देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना चाहती थी। पूर्व विधायक ने कहा कि इंदिरा जी निडर और साहसी नेता थी, जिन्होंने बांग्लादेश की लड़ाई के समय पाकिस्तान के पक्ष में खड़े हुए अमेरिका के सामने घुटने नहीं टेके थे। पूर्व जिला अध्यक्ष मुजफ्फर चैधरी ने इंदिरा जी द्वारा कराए गए परमाणु परीक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि सभी देशों के विरोध के बावजूद परमाणु बम का धमाका किया जाना इंदिरा जी का बड़ा फैसला था, जिससे उन्होंने संपूर्ण विश्व को भारत की ताकत का एहसास कराया।
गोष्ठी में पूर्व प्रदेश सचिव प्रवीण चैधरी, जिला प्रवक्ता गणेश दत्त शर्मा, पीसीसी धर्मवीर जैन, नरेंद्र शर्मा, धर्मपाल जोशी, अक्षय चैधरी, अमरदीप जैन, गुलशेर अल्वी, हरिओम मिश्रा आदि ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में अनुज शर्मा, मयंक शर्मा, नसीब खान, विपिनकांत शर्मा, राकेश वर्मा, भूपेंद्र सिंह सैनी, अश्वनी, मोहम्मद सलमान अली, पंडित सुमन शर्मा, साकिब, उपमा सिंह, मुनव्वर सिद्दीकी, युसूफ, सौरव भारद्वाज, प्रभजीत सिंह, राजन बिरला, आदित्य पुंडीर, आयुष गोदियाल, बी शर्मा, आशीष कुमार, विक्रम चंदेल, रवि कुमार, लाल सिंह मैनवाल, ओम कैलाश, डॉ अब्दुल वाहिद खान, आदि सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित रहे।