तुर्किए और अज़रबैजान नहीं भेजे जाएंगे भारतीय पर्यटक, बुकिंग की जा रही कैंसिल

मुंबईः ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने फैसला किया है कि तुर्की और अजरबैजान में किसी भी भारतीय पर्यटक को अब नहीं जाने दिया जाएगा। संगठन ने फैसला किया है कि पाकिस्तान को समर्थन करने वाले तुर्की को सबक सिखाने का वक्त आ गया है। ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के विदर्भ के सचिव राजू अकोलकर ने बताया कि भविष्य में पर्यटकों को इन देशों में पर्यटन के लिए नहीं भेजेंगे। पिछले वर्ष 3,30,000 लोग तुर्किए गए थे। वहीं अजरबेजान लगभग ढाई लाख पर्यटक भारत से गए थे। इस वर्ष यह आंकड़ा बढ़ सकता था।
तुर्किए और अजरबैजान ने दिया था पाकिस्तान का साथ
बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान की सेनाओं ने भारत पर हमला किया था। भारत ने भी पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए उसके कई सैन्य ठिकानों ध्वस्त कर दिए। इस लड़ाई में तुर्किए और अजरबैजान ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था।
तुर्किए और अजरबैजान का किया जा रहा बॉयकाट
राजू अकोलकर ने बताया कि भारतीय पर्यटकों ने इन दोनों देशों का बॉयकॉट करना शुरू कर दिया है। सैकड़ों भारतीय यात्रियों ने तुर्किए और अजरबैजान जाने की योजना रद्द कर दी है। अधिकांश बुकिंग रद्द होती जा रही हैं। राजू अकोलकर ने बताया कि ट्रैवल एजेंट पर्यटकों को दूसरे विकल्प दे रहे हैं। ग्रीस , थाईलैंड या अन्य देशों का जाने का विकल्प दिया जा रहा है। साथ ही साथ अन्य देशों का भी विकल्प पर्यटकों के सामने रखा जा रहा है। इन दोनों देशों के लिए बुकिंग रद्द की जा रही है।
बड़ी संख्या में तुर्की घूमने जाते थे भारतीय
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के विदर्भ के सचिव राजू अकोलकर ने कहा कि तुर्किए और अज़रबैजान जाने वाले पर्यटकों की संख्या में भारत के पर्यटकों की मात्रा काफी ज्यादा है। इसलिए इन देशों को भारत को हल्के में नहीं लेना चाहिए। ट्रैवल एजेंट का कहना है कि गुजरात से 800 लोगों का जो जैन समुदाय के लोग थे, वह तुर्की जाने वाले थे, लेकिन उन लोगों ने सामूहिक रूप से अपना टूर कैंसिल कर दिया है। एजेंट का कहना है की पूरी कोशिश की जा रही है कि पर्यटकों को नुकसान ना हो, जिन्होंने पहले बुकिंग की थी उनका पूरा पैसा वापस मिल जाए।