भारत खरीदेगा 26 राफेल लड़ाकू विमान, 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बी की भी होगी डील, नौसेना प्रमुख ने दी जानकारी
भारतीय नौसेना की ताकत में बड़ा इजाफा होने जा रहा है। भारत जल्द ही नौसैना के लिए 26 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद को कंफर्म करने वाला है। इसके साथ ही तीन और स्कॉर्पीन पनडुब्बी की भी डील होने जा रही है। भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि अगले महीने यानी जनवरी में ही 26 राफेल लड़ाकू विमानों और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बी की खरीद के लिये अलग-अलग अनुबंधों पर हस्ताक्षर किया जा सकता है।
चीन और पाकिस्तान की नौसेनाओं पर नजर
चार दिसंबर को मनाए जाने वाले भारतीय नौसेना दिवस से पहले मीडिया से बातचीत के दौरान नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा है कि भारत द्वारा चीन और पाकिस्तान की नौसेनाओं की गतिविधियों पर करीब से नजर रखी जा रही है। उन्होंने इस बात की उम्मीद जताई है कि इस महीने नहीं तो अगले महीने राफेल लड़ाकू विमान और पनडुब्बी की डील को अंतिम रूप दे दिया जाएगा और इस पर हस्ताक्षर हो जाने चाहिए।
दो परमाणु पनडुब्बियों को भी मंजूरी
नौसेना प्रमुख ने एक और अहम जानकारी दी है कि केंद्र सरकार ने दो न्यूक्लियर पॉवर्ड सबमरीन के लिए भी मंजूरी दे दी है। ऐसी कुल 6 पनडुब्बी बनाने की योजना बनाई गई है। नौसेना प्रमुख ने बताया है कि परमाणु ऊर्जा से संचालित होने वाली पहली सबमरीन 2036-37 तक और दूसरी 2038-39 तक तैयार हो जाएगी।
62 जहाज और एक पनडुब्बी बनाई जा रही
बीते साल ही भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय की ओर से फ्रांस से राफेल-एम जेट विमानों की खरीद को मंजूरी दी गई थी। इन विमानों को मुख्य तौर पर भारत के स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। नौसेना प्रमुख एडमिरल त्रिपाठी ने कहा है कि ये दोनों देशों की सरकार के बीच का समझौता है, इसलिए इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा। इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया है कि भारत की नौसेना की क्षमता को बढ़ाने के लिए वर्तमान में 62 जहाज और एक पनडुब्बी का निर्माण कार्य जारी है।
चीन-पाकिस्तान पर भी बोले नौसेना प्रमुख
बीते कुछ समय से चीन द्वारा पाकिस्तानी नौसेना के लिए कई युद्धपोत और पनडुब्बियों का निर्माण किया जा रहा है। इस मुद्दे पर नौसेना प्रमुख एडमिरल त्रिपाठी ने कहा- “पाकिस्तानी नौसेना के लिए 8 नयी पनडुब्बियां काफी अहम लड़ाकू क्षमता होगी, लेकिन हम उनकी क्षमताओं से अवगत हैं। हम पाकिस्तानी नौसेना की आश्चर्यजनक वृद्धि से अवगत हैं, जिसका लक्ष्य 50 जहाजों वाली नौसेना बनना है। उन्होंने अपने लोगों के कल्याण के बजाय हथियारों को चुना है। हम चीनी की नौसेना, उनके युद्धपोतों और उनके रिसर्च वाले जहाजों सहित क्षेत्र से बाहर की ताकतों पर नजर रख रहे हैं। हम जानते हैं कि वे क्या कर रहे हैं और कहां हैं।”