लोकल से ग्लोबल की राह पर बढ़ चला ‘भारत’, G-20 सम्मेलन में हर तरफ दिखी इसकी झलक…

लोकल से ग्लोबल की राह पर बढ़ चला ‘भारत’, G-20 सम्मेलन में हर तरफ दिखी इसकी झलक…

भारत का लोकल से ग्लोबल तक पहुंचने का सफर शुरू हो गया है। जी20 शिखर सम्मेलन में देश का प्रतिनिधित्व कर रहे पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के टेबल पर भारत के नेम प्लेट ने इस कवायद को हवा दे दी है। संयुक्त राष्ट्र में भी भारत शब्द का प्रयोग होने की उम्मीद है। पहले भी संयुक्त राष्ट्र ने देश के नाम बदलने के आवेदन को स्वीकार किया है।

नई दिल्ली। देश में जहां अभी भी भारत या इंडिया को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है, वहीं ‘भारत’ नाम को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने की शुरुआत हो चुकी है। इसकी पहली झलक नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में देखने को मिल चुकी है, जहां बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने रखे गए नेम प्लेट पर पहली बार ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ लिखा देखने को मिला है।

दरअसल, देश के नाम को लेकर विवाद तब छिड़ा, जब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जी20 डिनर के लिए निमंत्रण पत्र भेजा। दरअसल, उस निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा हुआ था।

अटकलें हुईं तेज

जहां जी20 शिखर सम्मेलन में हर जगह देश को ‘इंडिया’ की जगह ‘भारत’ से संबोधित किया गया, उससे अटकलें तेज हो गई हैं कि अब सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी ‘भारत’ के प्रयोग पर बात आगे बढ़ने वाली है। हालांकि, इसकी कुछ औपचारिकताएं होती हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद नाम में बदलाव हो जाएगा।

आसानी से बदल सकता है नाम

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के प्रमुख प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा है कि किसी भी देश के नाम में बदलाव किया जा सकता है, उसके लिए कोई खास प्रावधान नहीं है। कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद आसानी से नाम में बदलाव किया जा सकता है, इसमें कोई दिक्कत नहीं आती है।

हाल ही में बदला तुर्किये का नाम

हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मंच पर तुर्किये के नाम में बदलाव किया गया है। अब तक तुर्किये के लिए तुर्की शब्द का इस्तेमाल होता था, लेकिन जब देश का नाम बदला, तो इसके लिए आवेदन किया गया था। संयुक्त राष्ट्र में आवेदन कर तुर्की को तुर्किये करने के लिए कहा गया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद कुछ औपचारिकताएं पूरी करने के बाद देश को संयुक्त राष्ट्र मंच से तुर्किये की पहचान मिली।

जी20 शिखर सम्मेलन में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक

नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में भारतीयता का गौरवपूर्ण प्रदर्शन भी देखने को मिला है। इस पूरे शिखर सम्मेलन के दौरान हर एक मौके पर भारत के इतिहास की झलक देखने को मिली है। जिससे कहा जा सकता है कि देश की समृद्धि को पुरानी पहचान दिलाने की कवायद कई हद तक तेज हो गई है।

कोणार्क सूर्य मंदिर बना केंद्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए विश्व नेताओं का भारत मंडपम में स्वागत किया। जिस जगह पर खड़े होकर पीएम मोदी सभी विदेशी मेहमानों का स्वागत कर रहे थे, उसके पीछे कोणार्क सूर्य मंदिर का पोस्टर लगा था। इसके जरिए विदेशी मेहमानों को भारत की समृद्ध विरासत से मिलाने की कोशिश की गई।

इतना ही नहीं, इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को इस मंदिर के बारे में बताते हुए देखा गया था, यानी भारत की इस पहचान और समृद्धता से विदेशी मेहमानों भारत का संदेश भी भेजा गया था।